आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा के थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के आयुष बिहार में पुलिस की दबंगई का एक गंभीर मामला सामने आया है। शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे पुलिसकर्मियों पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक घर में घुसकर ढाई महीने की गर्भवती महिला को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, घर में तोड़फोड़ की, और महिला को जान बचाने के लिए छत पर भागने के दौरान छत से धक्का दे दिया। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है और उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मकान विवाद में पुलिस की कथित दबंगई
आयुष बिहार निवासी प्रेमलता (पत्नी शिशुपाल) ने बताया कि उनका मकान को लेकर बबली नाम के व्यक्ति से विवाद चल रहा है। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। प्रेमलता के अनुसार, उन्होंने एक साल पहले अपना मकान बबली को बेचा था। आरोप है कि बबली ने उन्हें चेक के जरिए ₹1 लाख 11 हज़ार एडवांस में दिए थे, लेकिन ₹7 लाख 70 हज़ार का बकाया अभी तक नहीं चुकाया और “बेईमानी” कर ली।
गर्भवती महिला को पीटने और छत से फेंकने का आरोप
प्रेमलता का आरोप है कि शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे, 8 से अधिक पुलिसकर्मी उनके घर में घुस आए। उन्होंने उनकी पुत्रवधू नेहा (ढाई महीने की गर्भवती) को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और घर में तोड़फोड़ कर दी। नेहा अपनी जान बचाने के लिए छत पर भागी, लेकिन आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे धक्का दे दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
इस घटना ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब मामला कोर्ट में विचाराधीन था और कथित तौर पर एक गर्भवती महिला के साथ इस तरह की बर्बरता की गई। पुलिस प्रशासन ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। घटना की विस्तृत जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।