Agra: दयाल बाग छठ पूजन घाट पर भगवान सूर्य सृष्टि पर्व (छठ महापर्व) के उपलक्ष्य में, राष्ट्र सेविका समिति के धार्मिक विभाग ने ‘सेवा ही धर्म है’ की भावना को चरितार्थ करते हुए एक व्यापक सफाई और जागरूकता अभियान चलाया। यह अभियान विशेष रूप से दिवाली के बाद प्रदूषण को रोकने और नदी की स्वच्छता बनाए रखने पर केंद्रित था।
नदी में प्रदूषण रोकने के लिए चलाया गया विशेष जागरूकता अभियान
समिति की सेविकाओं ने छठ पूजन घाट पर न सिर्फ सफाई का कार्य किया, बल्कि घाट पर काफी समय बिताकर दिवाली के बाद पूजन सामग्री और अन्य सामान विसर्जित करने आ रहे लोगों के बीच जागरूकता का अभियान भी चलाया। उन्होंने लोगों को विनम्रतापूर्वक समझाया कि वे पॉलिथीन और गैर-बायोडिग्रेडेबल (non-biodegradable) सामग्री को नदी में डालकर उसे प्रदूषित न करें।
जागरूकता अभियान के तहत, सेविकाओं ने यह संदेश दिया कि पूजा की सामग्री में जो भी मिट्टी का सामान है, उसे तोड़कर मिट्टी में मिला दिया जाए। इसके अलावा, फूलों इत्यादि का उपयोग खाद बनाने के लिए किया जाए, जिससे प्रकृति को कोई नुकसान न पहुंचे।
हिंदू सनातन धर्म एक जीवन जीने की पद्धति है: मीनाक्षी ऋषि
राष्ट्र सेविका समिति धार्मि एवं संपर्क विभाग प्रमुख, मीनाक्षी ऋषि ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हिंदू सनातन धर्म केवल एक धर्म नहीं, बल्कि एक जीवन जीने की पद्धति है। हम प्रकृति से जो कुछ भी लेते हैं, उसके प्रति सम्मान प्रकट करने हेतु अलग-अलग उत्सवों का आयोजन करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इन सभी उत्सवों का कोई न कोई वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी होता है, जो हमें प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीना सिखाता है।”
सेवा कार्य के लिए सदैव तत्पर: सुश्री वंदना सक्सेना
समिति के इस सेवा कार्य पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्र सेविका समिति सह प्रांत सेवा प्रमुख, सुश्री वंदना सक्सेना जी ने कहा, “हम सेवा कार्य के लिए सदैव तत्पर हैं। हमारा हिंदू धर्म हमें यही सिखाता है कि ‘सेवा ही धर्म है’। समाज और प्रकृति की सेवा करना हमारा प्राथमिक कर्तव्य है।”
सफाईकर्मी बंधुओं का मिला पूर्ण सहयोग
इस पुनीत कार्य में राष्ट्र सेविका समिति की बहनें पूनम सिंह और सुनीता चतुर्वेदी ने अपना पूर्ण योगदान दिया। इसके साथ ही, समिति को अन्य कार्यकर्ताओं का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। इस पूरे अभियान को सफल बनाने में सफाईकर्मी बंधुओं का विशेष योगदान रहा, जिनके बिना यह कार्य पूर्ण होना असंभव था। समिति ने सफाईकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके कार्य को राष्ट्र सेवा का एक महत्वपूर्ण अंग बताया।

