मनीष अग्रवाल
आगरा । आगरा के सिकंदरा नगला चुचाना शास्त्रीपुरम में श्रीमद भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ। कलश यात्रा नगला चुचाना से शास्त्रीपुरम रोड होकर बैंडबाजों के साथ ग्राम के प्रतिष्ठित पूज्य मंदिरों से नकलती हुई भागवत स्थान पर पहुंची । जहां तुलाराम जी ने धर्मपत्नी सहित ने भागवत की पूजा अर्चना की और पूजन के बाद कलश की स्थापना की गई।
श्रद्धालुओं ने सुनी कथा
इस मौके पर कथा व्यास शैलेश जी महाराज ने अपने प्रवचनों में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत पुराण की जानकारी देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है।
इसको सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि नारद जी ने भक्ति देवी के कष्ट की निवृत्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का साप्ताहिक अनुष्ठान किया था। जहां संतकुमारों ने भागवत का प्रवचन करते हुए नारद के मन का संशय दूर किया। इसी कथा को धुंधकारी प्रेत ने अपने अग्रज से श्रवण किया और प्रेत योनि से मुक्ति पाकर विष्णु लोक को प्राप्त हुए। कथा व्यास ने कहा कि भगवत श्रवण से जीव के सभी पाप कर्म मिट जाते हैं। अंत में सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण किया गया।