आगरा। शहर में मंगलवार को सात साल की एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शरीफ को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस और आरोपी के बीच हुई इस मुठभेड़ में एक उप निरीक्षक (एसआई) हिमांशु तोमर भी गोली लगने से घायल हो गए, जबकि जवाबी फायरिंग में आरोपी शरीफ के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने वारदात के महज 10 घंटे के भीतर ही आरोपी को धर दबोचा, जिससे शहरवासियों ने राहत की सांस ली है।
यह शर्मनाक घटना एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में हुई। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को सात वर्षीय बच्ची अपने घर के बाहर खड़ी थी, तभी शरीफ नामक युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां पहुंचा। उसने बच्ची से रास्ता पूछने के बहाने उसे बहला-फुसलाकर अपनी बाइक पर बैठा लिया और सुनसान इलाके में एक बंद मकान के पास ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी वहां से फरार हो चुका था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आई और बच्ची के परिजनों से जानकारी जुटाकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और बाइक नंबर के आधार पर आरोपी की पहचान सुनिश्चित की।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस टीमों ने देर रात फिरोजाबाद रोड पर चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान, पुलिस को संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार दिखाई दिया, जिसकी पहचान शरीफ के रूप में हुई। पुलिस को देखकर शरीफ ने भागने की कोशिश की और जंगल की ओर दौड़ पड़ा। पुलिस टीम ने उसका पीछा किया, जिस पर आरोपी ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में एसआई हिमांशु तोमर घायल हो गए।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें शरीफ के पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा। मुठभेड़ में घायल हुए एसआई हिमांशु तोमर और आरोपी शरीफ दोनों को इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है।
इस घटना के संबंध में जानकारी देते हुए एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि आरोपी शरीफ का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उस पर पहले भी कई गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या शरीफ किसी संगठित अपराध गिरोह से जुड़ा हुआ है।
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की शहर में सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि इस तरह के जघन्य अपराध करने वालों को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में ऐसा घिनौना कृत्य करने की किसी की हिम्मत न हो। वहीं, घायल एसआई हिमांशु तोमर के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की जा रही है।
पुलिस अब आरोपी शरीफ से पूछताछ कर आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस को रात्रि गश्त और कड़ी करनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।