SIR प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप, AIMIM ने अल्पसंख्यक मतदाताओं के अधिकार हनन का मुद्दा उठाया
झांसी उत्तर प्रदेश
सुल्तान आब्दी
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं के नाम अनियमित रूप से विभाजित किये जाने, नाम जोड़े/सुधारे न जाने एवं अपात्र मतदाताओं के नाम न हटाये जाने की मांग
झांसी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के महानगर अध्यक्ष नवी वकस बबलू आजाद के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर मांग की विधानसभा क्षेत्र संख्या-223, बाहर ओरछा गेट क्षेत्र के अंतर्गत भाग संख्या 237, 238, 239, 240 एवं 241 में नियुक्त बी.एल.ओ. द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान गंभीर अनियमितताएँ की जा रही हैं।
क्षेत्र में निवास करने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं को उनके संवैधानिक एवं मौलिक अधिकार अनुच्छेद-326, भारत का संविधान) से वंचित किया जा रहा है। एक ही घर व एक ही परिवार के मतदाताओं को जानबूझकर अलग-अलग वार्ड एवं भाग संख्याओं में विभाजित कर दिया गया है, जबकि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक ही परिवार एवं घर के मतदाताओं को एक ही मतदान भाग में दर्ज किया जाना आवश्यक है।
पात्र नये मतदाताओं के नाम जानबूझकर मतदाता सूची में नहीं जोड़े जा रहे हैं।
पूर्व से दर्ज मतदाताओं की त्रुटियों (नाम, पता, आयु आदि) का सुधार नहीं किया जा रहा है।
जो व्यक्ति क्षेत्र में निवास ही नहीं करते अथवा मृत हो चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं हटाये जा रहे हैं।क्षेत्र के अधिकांश मतदाता अशिक्षित एवं जागरूक न होने के कारण ऑनलाइन या प्रपत्रों के माध्यम से आपत्ति दर्ज नहीं करा पा रहे हैं।वोटर हेल्पलाइन ऑनलाइन पोर्टल पर खोज करने पर यह स्पष्ट हुआ कि एक ही परिवार के सदस्य अलग-अलग भाग संख्याओं में दर्शाये गये हैं।
पूर्व में भी समाजसेवी संगठनों द्वारा इस संबंध में कई बार शिकायत प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किये जा चुके हैं, किंतु अब तक कोई ठोस एवं प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है, जो कि निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न लगाती है।
