नगर के “रेड जोन” में हालात अभी भी नहीं है सामान्य

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प्रदीप यादव जैथरा, एटा

जैथरा नगर में बस स्टैंड क्षेत्र में उपजे विवाद के बाद हालत अभी भी सामान्य होने का नाम नहीं ले रहे हैं। दो पक्षों की रार व्यापारियों और उस इलाके में निवास करने वाले लोगों के लिए विकराल समस्या बनी हुई है। मामूली पटाखा विवाद के अलावा अन्य कारण भी विवादों के लिए जिम्मेदार है। विवाद पैदा करने वाले कारकों में यहां स्थित शराब की दुकाने और उनके आसपास शराबियों की सजने वाली महफिलें प्रमुख है। जानकार बताते हैं दोनों पक्षों में झगड़े की वजह यहां होने वाला जुआं भी एक कारण है। विवाद के बाद घटनास्थल पर पुलिस पिकेट लगा दी गई है। अधिकारी भी हालातों के सामान्य होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक पक्ष के पूर्व प्रधान अजय चौहान ने बताया कि शुक्रवार दीपावली की रात 8:34 के समय घर का सामान खरीदने आया था। बस स्टैंड पर पुष्पेंद्र की दुकान पर बैठा था। मुकेश पाण्डेय, मनोज पाण्डेय ,विशाल, शिवम और भोला निवासी नेहरू नगर पटाखे चला रहे थे। आरोपी उनकी सीएनजी गाड़ी के ऊपर पटाखे फेंकने लगे। पूर्व प्रधान के साथी रंजीत ने मना किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। जब अपने सहयोगी को बचाने का प्रयास किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई। उग्र आरोपियों से बचकर, किसी तरह वहां से भाग कर उन्होंने अपनी जान बचाई। वहीं दूसरे पक्ष के मुकेश पाण्डेय ने पूर्व प्रधान अजय चौहान और उनके 6 साथियों पर गाली गलौज, मारपीट, महिलाओं से छेड़छाड़ और सोने की चेन छीन कर भागने का आरोप लगाया है।

कई दिनों के इंतजार के बाद आरोपों के आधार पर पुलिस ने दोनों तरफ से अपराध दर्ज कर लिया है हालांकि दोनों पक्षों में समझौते की प्रयास नाकाम रहे हैं। राजनैतिक संरक्षण के चलते पुलिस भी पूरे प्रकरण में सावधानी बरत रही है। जानकारों का कहना है कि पीड़ित पक्ष दूसरे पक्ष पर कभी भी हमलावर हो सकता है। क्योंकि विवाद अब वर्चस्व की जंग का रूप में ले चुका है।

बता दें पूर्व में भी इसी स्थान पर कई झगड़ा और मारपीट की घटनाएं होती रही हैं। इसलिए यह क्षेत्र अब रेड जोन बन चुका है। शाम के वक्त आम आदमी इस ओर जाने से बचने लगा है। त्योहारों का मौसम भले ही निकल चुका है लेकिन दीपावली की बारूद यहां अभी भी सुलग रही है।

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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