मुस्लिम समुदाय के पैगंबर हज़रत मोहम्मद स.अ.व.स. के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ समाजसेवी आमिर अल्वी ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने एडवोकेट तारिक सिद्दीकी और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर थाना शाहजहांनाबाद में ज्ञापन देकर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत प्रकरण दर्ज करने की अपील की।
आमिर अल्वी ने कहा कि इस तरह की विवादित टिप्पणियां न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं, बल्कि समाज में तनाव भी पैदा करती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी समुदाय या धर्म के खिलाफ अनर्गल बयानों का विरोध होना चाहिए और ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि शांति और सद्भाव बनाए रखा जा सके।
अल्वी ने शासन और प्रशासन से आग्रह किया कि वे इस प्रकार के मामलों पर गंभीरता से ध्यान दें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसे मामलों पर त्वरित और कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो इससे भविष्य में ऐसे विवादों को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा, “हमारी संस्था माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने की योजना भी बना रही है, यदि हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया।”
समाजसेवी आमिर अल्वी का यह कदम यह दर्शाता है कि धार्मिक संवेदनशीलता के मामलों में समाज का एक बड़ा हिस्सा सक्रिय है और वे शांति और सद्भाव की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। उनका यह प्रयास निश्चित रूप से अन्य समुदायों को भी एकजुट करने का काम करेगा और धार्मिक सौहार्द बनाए रखने में मदद करेगा।