प्रयागराज: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं की भीड़ तेजी से बढ़ने लगी है, जिससे यातायात की व्यवस्था में कठिनाइयां आ रही हैं। 144 साल बाद आयोजित हो रहे इस महाकुंभ के समापन के समय प्रयागराज के प्रमुख मार्गों पर यात्री वाहनों की भारी भीड़ जमा हो रही है, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। खासकर माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की तादाद में काफी इजाफा हुआ है, जो इस समस्या को और गंभीर बना रहा है।
MP और UP के DGP ने मिलकर किया खास प्लान
इस समस्या से निपटने के लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने मिलकर एक खास प्लान तैयार किया है, ताकि महाकुंभ में पवित्र स्नान करने आए तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी से सीमा पर स्थित चेक पोस्टों और ट्रैफिक नियंत्रण बिंदुओं पर समन्वय स्थापित करने की बात की, ताकि प्रयागराज के एंट्री मार्गों पर जाम की स्थिति को कम किया जा सके और श्रद्धालुओं की आवाजाही सुचारू रूप से हो सके।
सीएम ने श्रद्धालुओं के लिए दिए सख्त निर्देश
प्रयागराज महाकुंभ में बढ़ती भीड़ को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने भी चिंता जताई है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। सीएम ने अपने निर्देश में कहा कि चाक घाट (रीवा) से लेकर जबलपुर-कटनी-सिवनी तक यातायात प्रभावित हो गया है, जिससे मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इस कारण अधिकांश वाहन में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे फंसे हुए हैं, जिनकी तत्काल सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने प्रशासन से श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाओं जैसे भोजन, पानी, ठहरने की व्यवस्था और शौचालय की सही व्यवस्था करने के आदेश दिए।
माघी पूर्णिमा पर बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या
माघी पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो रही है। भारी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात की स्थिति और भी जटिल हो गई है। मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना ने इस स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष योजना तैयार की है, ताकि यातायात जाम से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और उन्हें महाकुंभ में स्नान के लिए आसानी से पहुंचने की सुविधा मिल सके।
कड़ी पुलिस कार्रवाई और समन्वय की आवश्यकता
डीजीपी कैलाश मकवाना ने इस संदर्भ में रीवा और जबलपुर के प्रशासन को भी आदेश दिए हैं कि वे उत्तर प्रदेश प्रशासन से समन्वय बनाकर फंसे हुए वाहनों को बाहर निकलने के रास्ते प्रदान करें और ट्रैफिक जाम की स्थिति से बचने के लिए रणनीति तैयार करें।
200-300 किमी तक लगा भीषण जाम
मध्य प्रदेश के रास्ते प्रयागराज आ रहे तीर्थयात्रियों के वाहनों के कारण 200-300 किमी तक लंबा जाम लग गया है, जिससे यात्री कई घंटों तक फंसे रहे और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा। रीवा में रविवार को भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिससे यात्री लंबे समय तक सड़क पर खड़े रहे। पुलिस को विभिन्न स्थानों पर यातायात रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे स्थिति और जटिल हो गई।
प्रयागराज जाने में परेशानियों का सामना
चश्मदीदों के अनुसार, यात्री 50 किलोमीटर की दूरी तय करने में 10-12 घंटे तक फंसे रहे। पुलिस ने स्पष्ट किया कि मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश सीमा पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर वाहनों को रोका गया था। रीवा के जिला प्रशासन ने भी यह बताया कि रीवा-प्रयागराज मार्ग पर लगातार यात्री वाहन आ रहे हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ रही है।
मैहर और कटनी में भी समस्या
मैहर, कटनी और जबलपुर जैसे जिलों में भी इस स्थिति का असर देखने को मिला है। मैहर पुलिस ने वाहनों को कटनी और जबलपुर की ओर लौटने और वहीं रुकने का निर्देश दिया है। पुलिस का कहना है कि सोमवार को प्रयागराज की ओर जाना असंभव है क्योंकि 200-300 किमी लंबा जाम लगा हुआ है।
भाजपा अध्यक्ष ने की मदद की अपील
एमपी भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने महाकुंभ में जा रहे तीर्थयात्रियों की मदद करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि वे अपने क्षेत्रों से होकर महाकुंभ में जा रहे श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद करें।”