मैनपुरी: मैनपुरी में सपा को लगा एक और झटका। अखिल भारतीय यादव महासभा के प्रदेश महासचिव विनीत यादव ने थामा बीजेपी का दामन। विनीत यादव का दावा की इस बार सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव नही जीत पाएगी। मैनपुरी से 1996 से सपा का अभेद गढ़ रहा है
मैनपुरी। आगामी लोकसभा 2024 चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी अपनी विसात विछाने में लगी हुई है। अगर हम यूपी की बात करे तो यहाँ सीधा मुकाबला भाजपा और सपा में ज्यादातर सीटों पर देखने को मिल सकता है। बीजेपी ने इस बार सबसे ज्यादा उन सीटो को प्राथमिकता पर रखा है जिन सीटों पर पिछले चुनाव में उसे पराजय का मुंह देखना पड़ा था उन्ही में से एक महत्त्वपूर्ण सीट मैनपुरी है जो कि 1996 से लगातार सपा के कब्जे में है और चाहे राम लहर हो या मोदी लहर हो लेकिन मैनपुरी में बीजेपी को पराजय ही मिली है।और सपा की जीत मुख्य आधार है।
इस लोकसभा में चार लाख से अधिक यादव मतदाता। इसी लिए बीजेपी ने इस बार एक खास रणनीति के तहत यादव वर्ग में सेंधमारी शुरू कर दी है और लगातार उसे कामयाबी भी मिल रही है। पहले अखिलेश यादव के करीबी मनोज यादव फिर शुभम सिंह जिला पंचायत सदस्य और अब अखिल भारतीय यादव महासभा के प्रदेश महासचिव विनीत यादव भी भाजपा में शामिल हो गए।
विनीत यादव का कहना है की हमलोगों से कहा जाता था भाजपा में यादवो का सम्मान नही है वो सब गलत है हम इस बार भाजपा को मजबूत करेगे और डिम्पल यादव इस बार निश्चित हारेगी एक हजार परसेंट।
वही मैनपुरी भाजपा जिलाध्यक्ष राहुल चतुर्वेदी ने कहा कि मैनपुरी के यादवो को सैफई परिवार ने ठगने का काम किया है। इस बार यहां का यादव भाजपा को मजबूत कर मैनपुरी में कमल खिलाने के काम करेगा। मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने दिखाया है।