एटा, उत्तर प्रदेश: एटा की अलीगंज विधानसभा से तीन बार विधायक रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता रामेश्वर सिंह यादव तीन साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा हो गए हैं। रविवार को जैथरा स्थित अपने आरएस कोल्ड स्टोरेज पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक बेहद भावुक हो गए और फूट-फूट कर रो पड़े। उनका रोते हुए यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है।
75 की उम्र में दुष्कर्म के झूठे मुकदमों में फंसाने का आरोप
कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे रामेश्वर सिंह यादव ने जेल में बिताए समय और अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर अपना गहरा दर्द बयां किया। उन्होंने आरोप लगाया कि 75 वर्ष की उम्र में उन्हें बलात्कार जैसे झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिया गया, जबकि उनका शिकायतकर्ता महिलाओं से कोई परिचय तक नहीं था।
अत्यंत भावुक होकर उन्होंने कहा, “इन दुष्टों ने मुझे जिंदा रहने के काबिल नहीं छोड़ा।” पूर्व विधायक को इस कदर रोते देख कार्यकर्ता कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। बाद में, समर्थकों ने जिंदाबाद के नारे लगाकर उनका हौसला बढ़ाया।
रिहाई को गोपनीय रखने का आरोप, 86 मुकदमे दर्ज
रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई, सपा के कद्दावर नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव, को 26 सितंबर को दर्ज मुकदमों में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। दोनों नेताओं को जेल से रिहा कर दिया गया। रामेश्वर सिंह यादव 5 अक्टूबर को जैथरा में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे।
पूर्व विधायक ने अपनी रिहाई को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि उनकी रिहाई बेहद गोपनीय तरीके से हुई थी, क्योंकि अगर यह खबर सार्वजनिक हो जाती, तो उन्हें और उनके भाई को जेल से बाहर नहीं निकलने दिया जाता। जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं पर लगभग 86 मुकदमे दर्ज हैं।
कब-कब हुई थी गिरफ्तारी?
जुगेंद्र सिंह यादव को 9 मार्च 2023 को मथुरा के जैत मोड़ से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के समय उन पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। वह गिरफ्तारी के बाद से जिला कारागार एटा में बंद थे।
रामेश्वर सिंह यादव को इससे पहले 9 जून 2022 को आगरा से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 10 जून को जेल भेजा गया और बाद में सुरक्षा कारणों से अलीगढ़ की जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
रामेश्वर सिंह और जुगेंद्र सिंह का राजनीतिक सफर
रामेश्वर सिंह यादव : तीन बार विधायक (1996, 2002, 2012) – अलीगंज विधानसभा से सपा के टिकट पर। |
जुगेंद्र सिंह यादव : दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष (2006 और 2011)। वर्तमान में उनकी पत्नी रेखा यादव जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। |
दोनों नेताओं की रिहाई को एटा की राजनीति में सपा की वापसी के लिए एक महत्वपूर्ण घटना माना जा रहा है।
