अयोध्या: रामनवमी के पावन अवसर पर अयोध्या नगरी में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत माहौल देखने को मिला। इस दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने राम मंदिर पहुंचकर प्रभु श्रीरामलला के दर्शन किए। वे अपने पूरे परिवार के साथ रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे और लाल टोपी में नजर आए, जो कि सपा के प्रतीक के रूप में पहचानी जाती है।
अवधेश प्रसाद ने रामलला के दर्शन के बाद कहा, “राम हमारे रोम-रोम में हैं। हमारा जन्म अयोध्या में हुआ है और हम खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि हमें प्रभु श्रीराम के चरणों में सेवा का अवसर मिलता है।” उन्होंने आगे कहा, “हमने देशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की है और प्रभु श्रीराम से शक्ति मांगी है ताकि हम जनता की उम्मीदों पर खरा उतर सकें।”
अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने इस अवसर पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव भी जल्द ही रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या आएंगे। यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा सकता है, क्योंकि सपा ने राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बनाए रखी थी, जिसको लेकर भाजपा ने सपा पर कई बार निशाना साधा था।
राम मंदिर में सूर्य तिलक का दृश्य
रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे राम मंदिर में सूर्य तिलक का आयोजन हुआ। जब सूर्य की किरणें ठीक प्रभु श्रीराम की मूर्ति के मस्तक पर पड़ीं, तो एक दिव्य तिलक का दृश्य उपस्थित हुआ। इस अद्भुत क्षण को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और उन्होंने इसे आस्था का प्रतीक माना।
राजनीति और आस्था का संगम
जहां एक ओर सपा सांसद अवधेश प्रसाद का यह कदम रामभक्तों के बीच एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, वहीं यह कदम आगामी चुनावी माहौल में राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। भाजपा द्वारा हाल ही में मिल्कीपुर उपचुनाव में सपा को हराए जाने के बाद, अवधेश प्रसाद का यह कदम एक रणनीतिक संदेश भी माना जा रहा है।
अवधेश प्रसाद का अयोध्या से गहरा जुड़ाव
अवधेश प्रसाद ने यह भी बताया कि उन्होंने अयोध्या में ही शिक्षा प्राप्त की है और पूर्व में कई बार सीता रसोई जाकर दर्शन करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण अभी पूर्ण नहीं हुआ है, लेकिन उसकी भव्यता और प्रभाव पहले से ही जन-जन के दिलों में बसा हुआ है।
रामनवमी के दिन अवधेश प्रसाद का रामलला दर्शन न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह राजनीतिक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण संदेश है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि अखिलेश यादव कब राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचते हैं।