मंच पर नहीं दिखे पूर्व विधायक जयशंकर पांडे, और मंच पर लगे पोस्टर में नहीं दिखी उनकी तस्वीर
अखिलेश ने जिलाधिकारी अंबेडकर नगर को दिया टिकट का ऑफर कहा भाजपा जिलाध्यक्ष की तरह कार्य न करें जिलाधिकारी
अंबेडकर नगर | आगामी विधानसभा उपचुनावों में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं ऐसे में सभी पार्टियों के प्रमुख नेताओं द्वारा जनता को अपने पक्ष में करने के लिए लगातार जनसभाओं का आयोजन किया जा रहा है | जिसमें सबसे चर्चित कटेहरी विधानसभा क्षेत्र है, क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र में जहां सत्ताधारी दल की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभाली है तो वहीं दूसरी तरफ प्रमुख विपक्षी दल की तरफ से शिवपाल सिंह यादव ने मोर्चा संभाले रखा है | इसी क्रम में और रविवार को कटहरी विधानसभा क्षेत्र के कटेहरी बाजार में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक जनसभा को संबोधित किया | जिसमें आसपास के जिलों के प्रमुख सपा नेता मौजूद रहे |
डबल इंजन की सरकार पर साधा निशाना
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए डबल इंजन की सरकार पर निशाना साधते हुई कहा की वर्तमान समय में केंद्र और राज्य दोनों के इंजन आपस में टकरा रहे हैं और ऐसे में कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है | इंजन टकराने के साथ-साथ अब दोनों के भाषण और नारे भी टकरा रहे हैं |इसलिए बड़ी दुर्घटना से बचने के लिए आवश्यक है कि कटेहरी के लोग पीडीए के पक्ष में मतदान करें
कार्यकर्ताओं का शोषण बर्दाश्त नहीं
अखिलेश यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यकर्ताओं का शोषण किया जा रहा है यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा | उन्होंने अधिकारियों से निवेदन करते हुए कहा कि जिस संविधान की वह शपथ लेते हैं कृपया उसके अनुरूप कार्य करें नहीं तो सत्ता परिवर्तन होने पर बड़ी कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें |
बांटने वाली नहीं समाज को जोड़ने वाली सरकार चाहिए
अखिलेश यादव ने सभा के दौरान भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिए गए नारे “बटेंगे तो कटेंगे” पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमें सभी को जोड़कर चलने वाली सरकार चाहिए | लोगों को धर्म और जाति के नाम उकसाकर राजनीति की और रोटी सेकने वालों को सबक सिखाने का अब समय आ गया है | इसलिए आप सभी ज्यादा से ज्यादा संख्या में निकाल कर पीडीए के पक्ष में मतदान करें |
बूथ पर लाइनों में लगने के लिए रहे तैयार
अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से प्रशासन चुनाव लड़ रहा है ऐसे में आशंका है कि जिन बूथों पर समाजवादी पार्टी का वोट ज्यादा है वहां पर प्रशासन मतदान की प्रक्रिया धीरे करा सकता है | इसलिए आप सभी जिस प्रकार से नोटबंदी में लाइनों में लगे थे, उसी प्रकार से मतदान के लिए भी लाइनों में लगने के लिए तैयार रहें |
पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी महासचिव जयशंकर पांडे का मंच पर ना होना क्षेत्र में है चर्चा का विषय
कटेहरी विधानसभा से 3 बार चुनाव लड़ चुके है जयशंकर पाण्डेय
ब्राह्मण मतों सहित हर वर्ग के मतदाताओं पर उनका अच्छा असर है।
2007 के विधानसभा चुनाव में मात्र 140 वोटो से हारे थे कटेहरी विधानसभा का चुनाव
कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी की मजबूत पकड़ को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शीर्ष नेताओं में जयशंकर पांडे जी का नाम आता है | वह यहां से कई बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, दादा के नाम से मशहूर जयशंकर पांडे का सभी वर्गों में मजबूत पकड़ है | श्री पांडे कटेहरी विधानसभा का उपचुनाव घोषित होने के बाद लगातार चौपाल और सभाओं द्वारा ब्राह्मण मतदाताओं को समाजवादी पार्टी के पक्ष में लामबंद कर रहे है।।
वह लगातार क्षेत्र में प्रतिदिन दर्जनों नुक्कड़ सभाओं को संबोधित भी कर रहे हैं, लेकिन आज इस खास मौके पर मंच पर उनकी अनुपस्थिति पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं के साथ आम जनमानस में भी चर्चा का विषय बना हुआ है | इसके साथ मंच पर लगे पोस्टर में पूर्व विधायक दादा जयशंकर पांडे की फोटो भी नहीं दिखाई दी | जबकि कई ऐसे नेताओं की फोटो उस पोस्टर में देखने को मिली जिनका कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से कोई संबंध नहीं है | कुछ कार्यकर्ता दबी आवाज में नाम न छापने की शर्त पर यह भी कहते नजर आए की मंच पर बैठने वाले नेताओं की लिस्ट में जयशंकर पांडे जी का नाम नहीं था शायद उनकी अनुपस्थिति की एक वजह यह भी हो सकती है | यदि वास्तव में जिला नेतृत्व की तरफ से इस तरह का कृत्य किया गया है तो यह बेहतर संकेत नहीं है |
जिलाध्यक्ष से नाराज दिखे पुराने कार्यकर्ता
वीआईपी गेट पर एंट्री के लिए सुबह से ही नेताओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही थी | जिसमें कई सारे पदाधिकारी यहां तक की कुछ वरिष्ठ नेता जिनका नाम वीआईपी एंट्री गेट की लिस्ट में नहीं था घंटों गेट पर इंतजार करते रहे | वीआईपी एंट्री गेट से एंट्री ना मिलने पर कई सारे कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहां की जिलाध्यक्ष ने जन प्रतिनिधियों के अलावा सिर्फ अपनी चाटुकारिता करने वाले लोगों के ही नाम लिस्ट में डाल रखे हैं | सच्चे एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं का नाम लिस्ट में नहीं है | लेकिन वह फिर भी एक आम कार्यकर्ता की हैसियत से आम जनमानस के बीच बैठकर अपने महबूब नेता के विचारों को सुनेंगे और साइकिल के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने का प्रयास करेंगे |