UP News : कारोबारियों के बिगड़ेल बच्चे सप्लाई कर रहे नेश की सामग्री, नशे के दलदल में धंस रहे यंगस्टर!

MD Khan
7 Min Read

शहर से हर आठ दिन में मनाला को पहुंच रही युवाओं की ट्रिप

आगरा। शहर में चल रहे हुक्का-बार और नशेघोरी में झूम रही युवा पिढ़ी को देख वर्ष 1971 में आई फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा का गाना दम मारो दम मिट जाये गम की याद दिला रहे हैं। उस दौरान इस फिल्म को देखने वाले युवा कल्पना में भी नहीं सोच पा रहे थे कि उनकी युवा पीढ़ी इस नशे की गिरफ्त में होगी, लेकिन वह सब शहर के प्रमुख स्थानों पर हो रहा है। रहीसजादे नशेखोरी की लत को पूरा करने के लिए हिमाचाल के अलग-अलग शहरों में पहुंच रहे हैं। वहां से आगरा में लाकर नशे का सामान यंगस्टर्स को उपलब्ध करा रहे हैं। इस खेल में आगरा के कई नामचीन परिवार के युवा शामिल हैं। जो फिल्म उड़ता पंजाब की तरह युवाओं को ड्रग्स में डूबो रहे हैं। नशेखोरी के इस धंधे में युवा कारोबारियों के अलावा लड़कियां और डॉक्टर भी शामिल हैं।

हिमाचल से सप्लाई हो रही नशा सामग्री

शहर से आधा दर्जन युवाओं ने स्मैक (मनाला क्रीम) की तस्करी करने का नया तरीका तलाश कर लिया है। यह युवक बड़े रहीसजादों की औलादें हैं। दोस्तों के साथ ट्रिप में जाते हैं। यह हर बार नया मुर्गा(युवक) साथ लेकर जाते हैं। युवक को मनाला क्रीम की एक बार आदत हो गई। उसे फिर वहीं ब्रांड चाहिए। उसे देने के लिए रहीसजादे मुंह मांगी रकम वसूलते हैं। आगरा में रहीसजादों का एक गैंग सक्रिय है। वह हाल ही में हिमाचल ट्रिप से लौटकर आया है। यह शाम होते ही गाड़ियों से निकलते हैं। कमला नगर पानी की टंकी, प्रसिद्ध हलवाई की दुकान के आसपास खड़े होते हैं। रहीसजादे स्मैक, चरस और हीरोइन बेच रहे हैं। ये आधा दर्जन नशेड़ियों का ग्रुप क्षेत्र के नामचीन परिवार के लड़के हैं। इनमें एक लड़का आलू भण्डार मालिक और प्रसिद्ध हलवाई के परिवार का बेटा भी शामिल है। ये ग्रुप हाल ही में हिमाचल के कसौल शहर में गया था। वहां कई दिन का ट्रिप रहा। हर दिन शाम होते ही यह रहीसजादों का गु्रप अपनी लग्जरी गाड़ियों में बैठकर गांजा, कोकीन, अफीम, डेंडराइट, स्मैक और नशीली दवाओं को बेच रहे हैं।

See also  UP: एटा डिपो के चालक की मारपीट कर, शौहदे फरार

Also Read: चालबाज : शादी डॉट कॉम पर मिली दुल्हन ने आगरा के डॉक्टर को लगाया लाखों का फटका

स्मैक अलावा नशे के और साधन

शहर की गलियों में नशे के दीवाने झूमते दिख रहे हैं। सुनसान स्थानों पर स्मैक और नशीले इंजेक्शन लगाते देखे जा सकते हैं। शहर में सबसे ज्यादा युवाओं के अंदर स्मैक का नशा फैल रहा है। कई स्थानों पर हो रही स्मैक की बिक्री युवाओं को बर्बाद कर रही है। महंगा नशा नशेड़ी के साथ ही पूरे परिवार को तबाह कर रहा है। नशे की चपेट में आए युवा अब 10 रुपए के इंजेक्शन और नशीली गोलियों से नशे की प्यास शांत कर रहे हैं। नशे की लत को पूरा करने के लिए युवा चोरी, लूटपाट, मारपीट जैसी घटना करने से भी नहीं चूक रहे। क्षेत्र में पिछले दो वर्षों के आकड़े देखे जाये तो क्षेत्र में हुई चोरी, लूटपाट सहित वारदातों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग के आरोपी हैं।

See also  शिया पीजी कॉलेज के सामने बेकाबू कार का कहर, एक की मौत, तीन गंभीर घायल; महिला चालक हिरासत में

मनाला शहर की हवाओं में है नशा

मनाली शहर से करीब 28 किमी ऊंचाई पर स्थित मनाला तक पहुंचने के लिए 26 किमी तक तो टैक्सी जाती है। उसके बाद ढाई किमी पैदल चलकर जाना होता है। मनाला पर इंडियन के साथ इजराइलियों के गेस्ट हाउस बने हुए हैं। नशे की लत को पूरा करने के लिए लड़के और लड़कियां गेस्ट हाउस में रुकते हैं। वहां पुलिस कोई रोक-टोक नहीं करती है। वहां एक नदी भी है। उसे पार करके जाने पर दर्जनों डिस्कों बने हुए हैं। डिस्कों के अंदर लड़के-लड़कियां सिगरेट पीते हैं। कमरे धुंए से भरे हुए होते हैं। वहां सभी सुध-बुध खोये हुए होते हैं। जो नशा नहीं करता है, वह आदमी एक मिनट नहीं रुक पाता। वहां सांस लेने में ही नशा हो जाता है। 24 घंटे शराब और बीयर उपलब्ध होती है। एक तोला मनाला क्रीम की आठ हजार रुपये में मिलती है। वहीं एक सिगरेट 800 रुपये की है। कमला नगर में यह गु्रप नशे के कारोबार में लिप्त हो गया है।

See also  आगरा :फार्मासिस्टों को प्राथमिक उपचार लिखने का अधिकार मिलना चाहिए — ऑल फार्मासिस्ट संगठन ने आगरा में उठाई मांग

Also Read : UP Crime news : पूर्व सांसद का बेटा बना हैवान, युवती को होटल में बुलाकर किया रेप

तस्करों को पकड़ चुकी है पुलिस

आगरा पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ आये दिन गांजा तस्करों को पकड़ रही है। तस्करी करके ला रहे युवा पकड़े गये हैं। उनका कहना है कि शहर में कई स्थानों पर उनकी खपत देनी थी। पुलिस उनकी तलाश में है।  पहले एत्माउद्दौला पुलिस ने सुशील नगर से एक महिला को गांजे की तस्करी करते पकड़ा था । गांजा तस्करी का यह धंधा शहर के कई इलाकों में जोरों पर चल रहा है।

इस तरह खतरनाक है नशा

  • मादक पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है
  • नशे से शरीर के कई अंगों पर एक साथ विपरीत असर पड़ता है
  • नशा करने वाला हमेशा चिड़चिड़ा, मानसिक तनाव से ग्रसित होता है
  • नशेड़ी को अपने आसपास के माहौल से ज्यादा मतलब नहीं होता है
  • नशा करने वाला आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक रूप से कमजोर होता है
  • नशा दुर्घटनाओं का शिकार बनता है। वह परिवार से दूर हो जाता है।
  • नशा पूरा करने के लिए वह कोई अपराध करने को तैयार रहता है।
  • बच्चियों और महिलाओं के साथ होने वाले बलात्कार की वारदात को अंजाम आरोपी द्वारा नशे की हालत में हुई हैं।

 

See also  सीएम की जीरो टॉलरेंस नीति की परीक्षा: दिव्यांगों के शोषण के मामले में क्या होगी कार्रवाई?"
Share This Article
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement