आगरा, उत्तर प्रदेश: शनिवार को आगरा के बमरौली कटारा थाना क्षेत्र स्थित मदरा गांव में उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, जब टोरंट पावर की टीम नेटवर्क सुधार और ग्रुप मीटर लगाने के लिए गांव पहुंची। ग्रामीणों ने मीटर लगाने का विरोध शुरू कर दिया, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गया। प्रदर्शनकारियों ने टोरंट टीम और पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें टोरंट के तीन कर्मचारी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और मौके से 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
बिजली चोरी रोकने पहुंची थी टोरंट टीम, हुआ जोरदार विरोध
टोरंट पावर की टीम मदरा गांव में बिजली चोरी रोकने और पुराने-टेढ़े बिजली के खंभों में सुधार के लिए पहले भी कई बार पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण काम नहीं कर पाई थी। आज टोरंट टीम भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंची। ग्रुप मीटर लगाने की योजना के तहत जैसे ही काम शुरू हुआ, गांव के लोग विरोध करने के लिए सामने आ गए। जब पुलिस ने इन लोगों को खदेड़ने का प्रयास किया, तो महिलाएं विरोध में आगे आ गईं और उन्होंने ही पथराव शुरू कर दिया।
इसके बाद पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं। ग्रामीणों का आरोप है कि लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि महिलाओं द्वारा पथराव किए जाने के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग किया गया।
पथराव में टोरंटकर्मी और पुलिसकर्मी हुए घायल
महिलाओं द्वारा किए गए पथराव में टोरंट पावर के कर्मचारी धर्मवीर, नंद कुमार और मोहम्मद आमीन घायल हुए हैं। इनके अलावा, थाना बमरौली कटारा के एक दरोगा और दो सिपाही भी घायल हुए हैं। पुलिस ने मौके से लगभग आठ-दस लोगों को हिरासत में ले लिया और उन्हें थाने ले आई। टोरंट पावर के सहायक महाप्रबंधक गनपति कृष्ण देव गुप्ता ने थाना बमरौली कटारा में इस घटना को लेकर तहरीर दी है।
टोरंट पावर के उपाध्यक्ष शैलेश देसाई ने बताया कि उनकी टीम मदरा गांव में नेटवर्क सुधार और ग्रुप मीटर लगाने गई थी, जहाँ कुछ लोगों ने पुलिस और टीम के साथ धक्का-मुक्की की। उन्होंने कहा कि धक्का-मुक्की करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के बाद, टोरंट पावर की टीम ने गांव में नेटवर्क सुधार और ग्रुप मीटर लगाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा किया।