मेरठ। मेरठ के रजपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में चल रहे समर कैंप का चौथा दिन बच्चों के लिए रचनात्मकता और कौशल विकास से भरपूर रहा। इस दिन, विद्यालय में आयोजित विशेष प्रशिक्षण सत्र में बच्चों को सिलाई-कढ़ाई, विभिन्न प्रकार की क्राफ्ट कलाएं और आकर्षक रंगोली बनाना सिखाया गया। इस अनूठे प्रयास का मुख्य लक्ष्य बच्चों को न केवल रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना था, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करना था।
समर कैंप में भाग ले रहे बच्चों ने बड़े उत्साह और लगन के साथ पुरानी और बेकार पड़ी चीजों से सुंदर और उपयोगी नई वस्तुएं बनाना सीखा। उन्होंने अपनी कल्पना और रचनात्मकता का उपयोग करके पेन स्टैंड, फूलदान और विभिन्न प्रकार की पेपर आर्ट जैसी आकर्षक चीजें बनाईं।
इसके साथ ही, उन्हें दैनिक जीवन में काम आने वाली छोटी-छोटी सिलाई जैसे बटन लगाना और कपड़ों की मामूली मरम्मत करना भी अभ्यास के माध्यम से सिखाया गया, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
दिन का एक और प्रमुख आकर्षण रंगोली प्रतियोगिता रही, जिसमें बच्चों की अद्भुत कलात्मक प्रतिभा देखते ही बनी। उन्होंने विभिन्न रंगों और आकर्षक आकृतियों का उपयोग करके स्कूल के प्रांगण को जीवंत और रंगीन बना दिया। बच्चों की इस कलात्मक अभिव्यक्ति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती पुष्पा यादव ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि, “इस प्रकार की गतिविधियां बच्चों में आत्मविश्वास और रचनात्मक सोच दोनों का विकास करती हैं। यह केवल एक समर कैंप गतिविधि नहीं है, बल्कि यह महत्वपूर्ण जीवन कौशल के रूप में भविष्य में उनके बहुत काम आएगा।”
रजपुरा के प्राथमिक विद्यालय में समर कैंप का यह चौथा दिन वास्तव में बच्चों के लिए आनंद और महत्वपूर्ण सीख का एक अनमोल संगम साबित हुआ, जिसने उनकी रचनात्मकता को पंख दिए और उन्हें नए कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया।