एटा (पवन चतुर्वेदी)। जनपद एटा के विकासखंड जैथरा की ग्राम पंचायत खिरिया नगर शाह में राशन डीलर करुणा देवी की मृत्यु के बाद हुए अवैध वितरण में पूर्ति निरीक्षक धारणा चौहान पर अब अवैध वितरण में संलिप्त होने के सवाल उठने लगे हैं । सवाल उठना स्वाभाविक भी हैं। क्योंकि उनके पद पर रहते हुए यह अवैध वितरण कैसे हो गया ।
राशन डीलर की मृत्यु होने के बाद स्टॉक किसने प्राप्त किया ?
ग्राम पंचायत खिरिया नगर शाह की राशन डीलर करुणा देवी की मृत्यु 1 दिसंबर को हो गई थी लेकिन इसके बाद राशन का स्टॉक किसने प्राप्त किया यह बड़ा प्रश्न है।
ग्राम प्रधान ने दे दी थी सूचना
ग्राम प्रधान धीरेंद्र कुमार ने राशन डीलर करुणा देवी के मृत होने की सूचना 2 दिसंबर 2023 को ही फोन के माध्यम से पूर्ति निरीक्षक धारणा चौहान को दे दी थी ।
राशन डीलर की मृत्यु के बाद और 5 दिसंबर को वितरण होने के बीच में पूर्ति निरीक्षक ने क्या कार्यवाही की ?
राशन डीलर की मृत्यु की सूचना 2 दिसंबर को ग्राम प्रधान के द्वारा पूर्ति निरीक्षक को देने के बावजूद भी राशन को नियम विरुद्ध तरीके से मृत राशन डीलर के पति भीष्मपाल उर्फ पप्पू के द्वारा वितरित किया गया । सूत्रों की माने तो यह वितरण केवल नाम का ही था इसमें खुलेआम भ्रष्टाचार और घपला हुआ है ।
पूर्ति निरीक्षक के पद पर रहते हुए भी यह अवैध वितरण कैसे हुआ इसका जवाब तो शायद पूर्ति निरीक्षक ही दे सकती हैं ।
राशन डीलर के मृत होने के बाद चीनी का उठान किसने किया ?
राशन डीलर तक चीनी पहुंचाना ठेकेदार की जिम्मेदारी है , लेकिन सूत्रों के द्वारा जानकारी दी गई कि तत्कालीन समय पर ठेकेदार के परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम था , जिसके चलते ठेकेदार चीनी को राशन डीलरों तक नहीं पहुंच पाया था ।
राशन डीलर के मृत्यु होने के बाद खाद्य विभाग के गोदाम से चीनी कौन उठा कर लाया। सूत्रों की माने तो इसमें भी बहुत बड़ा खेल है यह चीनी एक वारंटी क्षेत्रीय गुंडे के द्वारा अपने पुत्र के माध्यम से उठाई गई, फिर यह कहाँ गई , इसका पता होना नितांत आवश्यक है ।
इस अवैध वितरण के प्रकरण की प्राथमिक की किसके विरुद्ध दर्ज होगी और कौन कराएगा ?
राशन डीलर की मृत्यु के बाद हुई इस अवैध वितरण में नियमानुसार कार्यवाही तो बनती है , लेकिन यह कार्यवाही किसके खिलाफ होगी और कौन कराएगा यह तो वक्त ही बताएगा , लेकिन राशन डीलर की मृत्यु होने के बाद भी पूर्ति निरीक्षक के पद पर रहते हुए यह अवैध वितरण कैसे हो गया ?
बड़ा सवाल – इस पूरे मामले में पूर्ति निरीक्षक धारणा चौहान की लापरवाही और अकर्मण्यता स्पष्ट दिखाई दे रही है एवं मृत राशन डीलर के पति भीष्मपाल उर्फ पप्पू के द्वारा अवैध वितरण स्पष्ट सिद्ध रहा है । अब इन दोनों के विरुद्ध इस घोटाले में क्या कार्यवाही होगी और कौन करेगा इस पर हमारी नजर बनी हुई है।