मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली)। बीते 10 अप्रैल को उच्च न्यायालय इलाहाबाद में किसी मुकदमे से सम्बंधित शपथपत्र प्रस्तुत करने पहुंचे जनपद गाजीपुर अंतर्गत तहसील जखनिया के तहसीलदार रामजी के साथ कोर्ट के दरवाजे पर अधिवक्ताओं ने जमकर मारपीट और अभद्रता की थी। घटनास्थल पर न्यायाधीश ने खुद पहुंचकर तहसीलदार को बचाया। उक्त घटना से प्रदेश भर के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों में रोष व्याप्त है।
इसी कड़ी में बुधवार को तहसील मुख्यालय पर तहसीलदार ब्रह्मानंद कठेरिया, नायब तहसीलदार निधि गुप्ता, एचलाल चौधरी और अमित मुदगल ने संयुक्त रूप से काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। ब्रह्मानंद कठेरिया के मुताबिक तहसीलदार संवर्ग को आये दिन विभिन्न मुकदमों में पैरवी हेतु और शपथपत्र दाखिल करने हेतु न्यायालय का रूख करना पड़ता है। तहसीलदार जखनिया के साथ हुई घटना ने हम सभी को स्तब्ध कर दिया है। हमारे पद की गरिमा को भी ठेस पहुंची है। इस मामले में आवश्यक कदम उठाए जाएं।