आगरा। ताजनगरी आगरा की शांत फिजा में लगातार जहर घोलने की कोशिशें हो रही हैं। सोशल मीडिया पर चल रही धार्मिक उन्माद की आंधी में सही और गलत में फर्क करना भी मुश्किल हो रहा है। जो कसूरवार हैं, जो मजे काट रहे हैं, और जो बेकसूर हैं उनको कार्रवाई का दंश झेलना पड़ रहा है।
बताया जाता है कि थाना हरीपर्वत क्षेत्र अंतर्गत नाला बुढ़ान सैय्यद निवासी बेगम रानी अब्बास पत्नी जावेद उर्फ अन्नू द्वारा मुखंतर पोर्टल पर राज कराई शिकायत के मुताबिक उसके पड़ोसी यश और ध्रुव के बीच झगड़ा हो गया था। उसके लड़के साहिल उर्फ लड्डू ने बीचबचाव करते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की। उसका बीचबचाव करना ध्रुव लक्ष को नागवार गुजरा। इसके बाद उसकी तरफ से दर्जन भर लोगों ने मिलकर उसके घर पर हमला बोल दिया। जमकर पथराव किया। उसके पति, पुत्र समेत उसके साथ भी जमकर मारपीट की, गालीगलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
घटना की सूचना 112 पीआरवी को सूचना देने के बाद हमलावर भाग निकले। घटना की तहरीर देने के बावजूद प्रार्थिया का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। उधर पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए पति और पुत्र को शांति भंग में चालान करते हुए जेल भेज दिया। पुलिस की एकतरफा कार्रवाई यहीं नहीं रुकी, प्रार्थिया के नाबालिग पुत्र समेत दर्ज भर लोगों पर मुकदमे दर्ज कर दिए। मुकदमों में उनको भी नामजद किया गया, जो घटनास्थल पर मौजूद भी नहीं थे।
पथराव की वीडियो होने के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
घटना में पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई के आरोप बेवजह ही नहीं लग रहे हैं। प्रार्थिया बेगम अब्बास के घर पर काफी देर तक दर्जनों लोगों ने पथराव किया, वायरल वीडियो में बलवाई साफ दिख रहे हैं।
पुलिस द्वारा एक भी बलवाईं पर कार्रवाई नहीं किया जाना उसकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।