आगरा: 15 अगस्त, 2025 को भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दयालबाग में उत्सव और देशभक्ति का माहौल छाया रहा। सुबह से ही शहर के इस आध्यात्मिक केंद्र में बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर देश की आज़ादी का जश्न मनाया, जिसका सजीव प्रसारण दुनिया भर की 500 से अधिक शाखाओं में किया गया।
खेतों से हुई कार्यक्रम की शुरुआत
स्वतंत्रता दिवस की सुबह का आगाज़ ‘संत सुपरमैन योजना’ के बच्चों द्वारा खेतों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुआ। देशभक्ति से ओत-प्रोत इन प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को उत्साह से भर दिया। खेतों के काम पूरे होने के बाद, सभी लोग मुख्य समारोह स्थल, भण्डारा ग्राउंड, पहुँचे।
गार्ड ऑफ ऑनर और ध्वजारोहण
भण्डारा ग्राउंड पर परम पूजनीय हुजूर प्रोफेसर प्रेम सरन सतसंगी साहब और परम आदरणीय रानी साहिबा जी का भव्य स्वागत किया गया। SFG और RAF के स्वयंसेवकों ने संयुक्त रूप से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद, राधा स्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष श्री गुर सरूप सूद (पूर्व आईएएस) ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान और दयालबाग झंडा गान के साथ समारोह की औपचारिक शुरुआत हुई।
मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया:
- ‘देश पहले’: डीईआई, आरईआई इंटरमीडिएट के छात्रों ने देशभक्ति नृत्य प्रस्तुत किया।
- ‘जो उड़ना है तुझे ऊँचा’: डीईआई पीवी प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने रोलर स्केट्स पर मनमोहक प्रस्तुति दी।
- ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’: नर्सरी-कम-प्ले सेंटर के बच्चों ने अपनी प्यारी प्रस्तुति से दिल जीत लिया।
- ‘वंदे मातरम्’: स्कूल ऑफ आर्ट एंड कल्चर के छात्रों ने राष्ट्रगीत गाकर पूरे माहौल को देशभक्ति से भर दिया।
- ‘नवचेतन भारत की झलकियाँ’: प्रेम विद्यालय गर्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज की छात्राओं ने ‘है नया ओज, है नया तेज’ गीत पर अद्भुत प्रस्तुति दी।
इन प्रस्तुतियों में बच्चों और युवाओं ने अपनी कला और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
आत्मरक्षा का प्रदर्शन और प्रसाद वितरण
कार्यक्रम के दौरान, RAF की महिला प्रतिभागियों ने आत्मरक्षा के गुर और अपने साहस का प्रदर्शन किया, जिससे वहाँ मौजूद सभी लोग प्रभावित हुए। अंत में, नर्सरी-कम-प्ले सेंटर और संत सुपरमैन योजना के बच्चों को प्रसाद वितरित किया गया।
इस पूरे समारोह में परम पूजनीय ग्रेशस हुजूर और परम आदरणीय रानी साहिबा जी की गरिमामयी उपस्थिति ने इसे और भी विशेष बना दिया। राधा स्वामी सत्संग सभा के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, शिक्षक और हज़ारों की संख्या में सतसंगी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। समारोह का सजीव प्रसारण होने से देश-विदेश के लाखों लोग ऑनलाइन इस उत्सव से जुड़े रहे।