झाँसी उत्तर प्रदेश
सुल्तान आब्दी
भारत माता की अमर वीरांगना, पराक्रम और अदम्य साहस की प्रतीक महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती आज पूरे नगर में श्रद्धा, गौरव और देशभक्ति के साथ मनाई गई। उनका जीवन-चरित्र हर भारतीय के लिए न केवल प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि राष्ट्रभक्ति, मातृभूमि-समर्पण और अद्वितीय नेतृत्व का सर्वोच्च उदाहरण भी है। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में उनका शौर्य आज भी समस्त देशवासियों के हृदय में ऊर्जा और अस्मिता का संचार करता है।
इसी पावन अवसर पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, झांसी इकाई के तत्वाधान में आज सायं 5 बजे दैनिक जागरण द्वारा आयोजित दीपांजलि कार्यक्रम में परिषद के सदस्यों ने सहभागी होकर राष्ट्रवीरांगना को पुनीत श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात रानी लक्ष्मीबाई पार्क में स्थित उनकी भव्य प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करके नमन किया गया तथा उनके बलिदान और योगदान को हृदय से स्मरण किया गया।
कार्यक्रम में परिषद के अनेक पूर्व सैनिक सदस्य, मातृ शक्ति और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। विशेष रूप से उपस्थित रहे— वेटरन फ्लाइंग ऑफिसर एस. एस. प्रसाद (अध्यक्ष), वेटरन सार्जेंट देवेश खरे (महासचिव), वेटरन कैप्टन त्रिपाठी (उपाध्यक्ष), कैप्टन राजवीर, सूबेदार के. एम. पाण्डेय (कोषाध्यक्ष), फ्लाइंग ऑफिसर निगम, आर.के. त्रिपाठी, राजेन्द्र तिवारी, के.के. मिश्रा, आर.एस. सेंगर, सुमित नारायण, जगत नारायण शर्मा, महेन्द्र यादव, आर.के. विश्नोई, अतुल त्रिपाठी, के.एन. मालवीय, प्रदीप सक्सेना, राम विलास तोमर, श्याम प्रकाश, सत्यपाल यादव, मुकेश कुमार, अशोक शर्मा, मनोज सिंह राजावत, राजकमल श्रीवास्तव, गिरीश कुमार सिंह, पुरन लाल अहिरवार, मान सिंह यादव, किशोर मांडले, स्वामी लाल, ठाकुर प्रसाद यादव, बालकदास प्रजापति, सुरेश नंद जोशी, वासुदेव विश्वकर्मा, ओमप्रकाश, हरिमोहन प्रजापति, राकेश राजपूत, तथा क्षेत्र के अनेक सम्मानित नागरिक।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने वीरांगना के त्याग और संघर्ष को स्मरण करते हुए राष्ट्रसेवा, समाज उत्थान और जनजागरण के संकल्प को पुनः दोहराया।
