झाँसी, उत्तर प्रदेश, : झाँसी के बबीना थाना क्षेत्र में शनिवार को बेतवा नदी में पिकनिक मनाने गए एक युवक के डूबने के बाद रविवार को उसके परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए आरा मशीन पर जाम लगा दिया. सूचना मिलते ही थाना बबीना की पुलिस फोर्स और तहसीलदार तुलसीराम पांडे भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँच गए. परिजन मुआवजे और दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की माँग पर अड़े हुए हैं.
सेल्फी के बाद बेतवा नदी में डूबा युवक
घटना शनिवार शाम की है. बबीना थाना क्षेत्र के आरा मशीन निवासी धर्मेंद्र अहिरवार (28) पुत्र प्रीतम अहिरवार, जो पेशे से टाइल्स मिस्त्री था, अपने दो दोस्तों दिलीप कुशवाह और सोनू अहिरावत के साथ बेतवा नदी पर बने सुकमा-दुकमा बांध पर पिकनिक मनाने गया था. बताया जा रहा है कि घटना से लगभग 10 मिनट पहले ही धर्मेंद्र ने अपने दोस्तों के साथ तस्वीरें खींची थीं और वीडियो भी बनाया था. इसके तुरंत बाद वह बेतवा नदी में डूब गया.
13 घंटे बाद मिला शव, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना के तुरंत बाद गोताखोरों द्वारा धर्मेंद्र की तलाश शुरू की गई, लेकिन देर शाम तक उसका कोई पता नहीं चल पाया. रविवार की सुबह करीब 13 घंटे की मशक्कत के बाद युवक का शव बरामद कर लिया गया. धर्मेंद्र अपने परिवार में सबसे छोटा था. इस घटना के बाद से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
परिजनों का हत्या का आरोप और सड़क जाम
धर्मेंद्र का शव मिलने के बाद रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आरा मशीन में जाम लगा दिया. परिजनों का आरोप है कि धर्मेंद्र की मौत सामान्य डूबने से नहीं, बल्कि उसके दोस्तों द्वारा की गई हत्या है. वे अपने दोस्तों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
जाम की सूचना मिलते ही थाना बबीना का भारी पुलिस बल मौके पर पहुँच गया. तहसीलदार तुलसीराम पांडे भी मौके पर मौजूद रहे और परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, परिजन अपनी माँगों पर अड़े हुए हैं. वे दोस्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की जिद पर डटे हैं.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते बेतवा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे नदी के किनारे जाने पर खतरा बढ़ गया है. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और परिजनों को शांत करने का प्रयास जारी है.