मेरठ: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग की आरक्षी भर्ती परीक्षा के मेडिकल टेस्ट में पास कराने का ठेका लेने वाले एक डॉक्टर को मेरठ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार डॉक्टर ने मेडिकल टेस्ट में रिजेक्ट हुए एक अभ्यर्थी से इस काम के लिए ढाई लाख रुपए की मोटी रकम वसूली थी।
मंगलवार को इस मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि हापुड़ जिले के गांव गोयना निवासी मुकेश कुमार ने सिविल लाइन थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में मुकेश कुमार ने बताया कि उनके बेटे हिमांशु का 2 मई को पुलिस भर्ती परीक्षा का मेडिकल टेस्ट था।
मेडिकल परीक्षा देने मेरठ पहुंचे हिमांशु को जांच करने वाले डॉक्टर ने अनफिट घोषित कर दिया था। इसी दौरान हिमांशु के छोटे भाई पुष्पेंद्र की मुलाकात अनुभव नामक एक युवक से हुई। अनुभव ने पुष्पेंद्र को गाजियाबाद के कवि नगर थाना क्षेत्र के पंचवटी कॉलोनी निवासी डॉक्टर सुरेश से मिलवाया और दावा किया कि डॉक्टर सुरेश हिमांशु को मेडिकल टेस्ट क्लियर करा देंगे।
इसके बाद पुष्पेंद्र अपने भाई हिमांशु को डॉक्टर सुरेश के पास ले गया। डॉक्टर सुरेश ने हिमांशु को मेडिकल टेस्ट में पास कराने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके लिए ढाई लाख रुपए की मांग की। डॉक्टर सुरेश के वादे पर विश्वास करते हुए पीड़ित परिवार ने उन्हें ढाई लाख रुपए दे दिए। हालांकि, पैसे देने के बावजूद हिमांशु मेडिकल टेस्ट में सफल नहीं हो सका और उसका चयन नहीं हुआ।
जब मुकेश कुमार ने डॉक्टर सुरेश से अपने पैसे वापस मांगे, तो डॉक्टर ने ईमानदारी दिखाते हुए पूरी रकम लौटा दी। लेकिन मुकेश कुमार को संदेह हुआ कि डॉक्टर सुरेश ने इसी तरह अन्य अभ्यर्थियों से भी पैसे लिए होंगे। इसी आशंका के चलते उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि डॉक्टर सुरेश ने और कितने अभ्यर्थियों से इस तरह पैसे वसूले हैं।
