गाजियाबाद। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पैकेज-1 और पैकेज-2 को दिसंबर तक खोलने की तैयारी है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यदि तकनीकी रुकावट की वजह से देरी हुई तब भी अगले साल मार्च तक हर हाल में इस एक्सप्रेसवे को लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इससे लोनी में लगने वाले जाम से लोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों का कहना है कि मार्च तक अक्षरधाम से लोनी के पैकेज-1 और लोनी से खेकड़ा तक के पैकेज-2 का निर्माण कार्य हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। इसका अधिकांश सेक्शन एलिवेटेड होगा। 6 लेन के एलिवेटेड हिस्से से दिल्ली में यमुनापार और लोनी के भीतर से पहले जाने वाला ट्रैफिक ऊपर से निकल जाएगा। इससे लोगों के जाम से बहुत अधिक राहत मिलेगी।
दिल्ली सहारनपुर मार्ग से देहरादून जाने में जहां 6 से 7 घंटे का समय लगता था, लेकिन इसके बन जाने से केवल ढाई घंटे में देहरादून पहुंचा जा सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि इसके बन जाने के बाद दिल्ली से बागपत का ट्रेवल टाइम केवल 20 मिनट का होगा। जबकि लोनी से बागपत का ट्रेवल टाइम 10 मिनट का होगा। जाम की वजह से घंटों का समय बर्बाद होता है। लोगों का समय के साथ ही साथ तेल भी बर्बाद होता है। इससे प्रदूषण स्तर बढ़ता है।
अधिकारियों ने बताया कि अक्षरधाम से लोनी के बीच पैकेज-1 में 30 फीसदी तक काम हो चुका है। पिलर खड़े करने का 70 फीसदी से अधिक काम हो चुका है। पिलर के ऊपर गर्डर रखने का काम किया जा रहा है। सबसे पहले एलिवेटेड हिस्से को पूरा किए जाने पर फोकस किया जा रहा है। यह 14.75 किमी का है।
अधिकारियों ने बताया कि लोनी से खेकड़ा के बीच पैकेज-2 में तेजी के साथ काम किया जा रहा है। इसमें 39 फीसदी तक काम किया जा चुका है। पिलर खड़े करने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। इसके ऊपर गर्डर रखा जा रहा है। 15 किमी के इस हिस्से को दिसंबर तक हर हाल में पूरा किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से गाजियाबाद और दिल्ली के बड़े हिस्से को लाभ मिलेगा। दिल्ली की सीमा में पांच प्रवेश और निकासी पॉइंट और गाजियाबाद में तीन रैंप और लूप बनाए जाएंगे।