आगरा: गुरुवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 121वीं जयंती आगरा कलेक्ट्रेट परिसर में श्रद्धा, सम्मान और हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। जिलाधिकारी (डीएम) अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में अधिकारियों और कर्मचारियों ने दोनों महापुरुषों को नमन किया।
जिलाधिकारी ने किया माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित
प्रातः 9 बजे कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मिलकर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर गांधी जी के प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम” की संगीतमय प्रस्तुति दी गई।
“उनके आदर्श सभी के लिए अनुकरणीय हैं” – डीएम बंगारी
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने इस अवसर पर दोनों महापुरुषों के आदर्शों और विचारों को याद किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी के मूल्य और विचार प्रशासन, सिविल सोसाइटी, वकील, डॉक्टर या व्यवसायी—समाज के हर अंग के लिए अनुकरणीय हैं।
डीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने खाद्यान्न संकट के समय “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया और हरित क्रांति की नींव रखी, जिसके परिणामस्वरूप आज देश खाद्यान्नों का निर्यात कर रहा है। उन्होंने ज़ोर दिया कि दोनों महापुरुषों का विजन देश को स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाना था, और हम सभी को उनके मूल्यों और विजन पर चलकर विकसित राष्ट्र के लिए मिलकर कार्य करना चाहिए।
स्वच्छता और पॉलीथिन मुक्त परिसर का आह्वान
जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से स्वच्छता के महत्व को दोहराते हुए अपील की कि वे कलेक्ट्रेट परिसर और कार्यालयों को अपने घर की तरह स्वच्छ रखें और सभी को स्वच्छता के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विशेष रूप से पॉलीथीन का प्रयोग न करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के दौरान, अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व श्रीमती शुभांगी शुक्ला ने अपने सुमधुर कंठ से गांधी जी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेड़े कहिए, जो पीर पराई जाने रे” का गायन किया।
महापुरुषों के सिद्धांतों को आत्मसात करने पर जोर
विचार गोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी के सिद्धांतों और आदर्शों के व्यावहारिक पक्ष को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वक्ताओं ने गांधी जी की अहिंसात्मक नेतृत्व शैली और शास्त्री जी के आत्मबल एवं साहस पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों ने विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य और साहस से देश को नई दिशा दी और नागरिकों में आत्मनिर्भरता का जज्बा भरा।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन आजाद भगत सिंह, एडीएम सिटी यमुनाधर चौहान, अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति अजय नारायण सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल प्रशांत तिवारी, एडीएम नमामि गंगे जुबेर बेग, एडीएम न्यायिक धीरेन्द्र सिंह सहित कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।