आगरा: मानसून की पहली ही बारिश ने आगरा शहर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। गुरुवार को विकास नगर और टेढ़ी बगिया जैसे क्षेत्रों में भारी जलभराव की स्थिति देखकर निरीक्षण पर निकलीं महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने नगर निगम अधिकारियों की जमकर क्लास ली। इस दौरान उनके साथ एत्मादपुर क्षेत्र के विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह और नगर निगम की पूरी टीम मौजूद रही।
टेढ़ी बगिया और विकास नगर का दौरा: पाइपलाइन और नाला निर्माण पर जोर
निरीक्षण की शुरुआत टेढ़ी बगिया क्षेत्र से हुई, जहाँ नगर निगम द्वारा डाली जा रही अंडरग्राउंड पाइपलाइन परियोजना का जायजा लिया गया। महापौर ने इस दौरान निर्देश दिए कि सड़क के किनारे ओपन नाले भी बनाए जाएं, जिससे बारिश का पानी तेजी से निकल सके। उन्होंने नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल को अगले कुछ दिनों में पूरी योजना तैयार कर उस पर काम शुरू करने का आदेश दिया।
इसके बाद, काफिला विकास नगर पहुँचा। यहाँ सड़कों और गलियों में जलभराव देखकर महापौर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश होते ही यह क्षेत्र जलजमाव की समस्या से जूझता है। इस पर महापौर ने तत्काल पंपिंग मशीन लगाकर जल निकासी कराने के निर्देश दिए।
एनएचएआई के साथ समन्वय और दो घंटे में निकासी का लक्ष्य
निरीक्षण के दौरान महापौर और विधायक ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम को भी मौके पर बुलवाया। उन्हें निर्देश दिए गए कि नगर निगम टीम के साथ समन्वय स्थापित कर सौ फुटा रोड से जलभराव की समस्या का समाधान करें।
महापौर हेमलता कुशवाहा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बारिश रुकने के दो घंटे के भीतर किसी भी क्षेत्र से जल निकासी पूरी हो जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिससे जलभराव की हर स्थिति पर निगरानी रखी जा सके। उन्होंने स्वयं भी इस कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने की बात कही।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण अभियान में नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम, सहायक अभियंता पवन कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा, जोनल सैनिटेशन ऑफिसर महेंद्र सिंह, तथा निगम के अन्य फील्ड और तकनीकी अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।