आगरा: गांव बिरहरु के नगला निहाल में पिछले सात दिनों से चल रही श्रीमद् भागवत कथा एवं ज्ञान यज्ञ का गुरुवार को भक्तिमय वातावरण में समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। पूज्य आचार्य प्रवीन जी महाराज वृन्दावन धाम ने मोहिनी एकादशी की महिमा का विस्तार से वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रोता भक्ति के सागर में गोते लगाते रहे। उन्होंने सुदामा चरित्र, दत्तात्रेय उपाख्यान और गोरक्षा जैसे महत्वपूर्ण प्रसंगों का भी अत्यंत मनोहारी चित्रण किया। आचार्य जी ने अपने प्रवचनों में धर्म, सत्य और सेवा को ही मानव जीवन का सच्चा धर्म बताया, जिससे उपस्थित भक्तगण भावविभोर हो उठे और पूरा वातावरण ‘जय श्री कृष्णा’ के जयघोष से गूंज उठा। महिलाओं ने भी मधुर भजन-कीर्तन गाकर कथा को और अधिक आध्यात्मिक रंगत प्रदान की।
यह सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा परीक्षित कमलेश देवी, रन सिंह धाकरे, राज सिंह धाकरे एवं जितेन्द्र सिकरवार एडवोकेट के संयुक्त प्रयासों का सफल परिणाम रही। आयोजकों ने बताया कि कथा का समापन गुरुवार शाम छह बजे हो गया। आज, 9 मई को दोपहर 12 बजे कथा की पूर्णाहुति होगी, जिसके पश्चात एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
नगला निहाल गांव में आयोजित यह धार्मिक आयोजन क्षेत्र में सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक एकता का एक महत्वपूर्ण संदेश दे रहा है। आयोजकों ने सभी धर्मप्रेमी नागरिकों से अपील की है कि वे आज समापन दिवस पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस पुण्य अवसर का लाभ उठाएं और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करें। भंडारे की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं और आयोजक सभी आगंतुकों के स्वागत के लिए उत्सुक हैं।