प्रधानाध्यापक की करतूतों के खिलाफ लामबंद होने लगे ग्रामीण
आगरा। ब्लॉक अछनेरा अंतर्गत कस्बा अछनेरा के प्राथमिक विद्यालय इस्लामिया तृतीय में एसडीएम अनुज नेहरा के औचक निरीक्षण के दौरान, एमडीएम पंजिका में चल रहे फर्जीवाड़े का भांडा फूटने के बाद आरोपित प्रधानाध्यापक लगातार अपने बचाव के रास्ते खोज रहा है। कथित रूप से वर्षों से बच्चों के निवालों को डकार रहा प्रधानाध्यापक, विभाग में दबंगई के बलबूते अपनी मनमानियों को अंजाम दे रहा था। विभागीय नियम कायदों को उसके द्वारा ठेंगे पर रखा जा रहा था। बीआरसी पर उसकी तूती जमकर बोलती थी।
बताया जा रहा है कि उक्त विद्यालय में छात्र नामांकन सैकड़ों की संख्या में दर्ज हैं। इन नामांकनों में भी संदेह जताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार छात्रों के विभिन्न मद में मिलने वाली धनराशि को हड़पने के लिए विद्यालय में अधिक संख्या में नामांकन दर्ज किए गए हैं। इसके बावजूद विद्यालय में एमडीएम मेन्यू का कभी पालन नहीं होता। बच्चों को दूध और फल कभी देखने को भी नहीं मिलते। एमडीएम के अन्य मेन्यू के अनुसार भोजन बनना भी रामभरोसे ही रहता है। विद्यालय में एमडीएम बनाने की जगह बाजार से रेडिमेट खाद्य पदार्थ लाकर बच्चों को खिला दिए जाते हैं। प्रधानाध्यापक का यह कारनामा काफी समय से चल रहा था। विद्यालय में अधिकांश अल्पसंख्यक समुदाय के ही बच्चे पढ़ते हैं, इनके अभिभावकों की अज्ञानता का लाभ प्रधानाध्यापक जमकर उठा रहा था।
आकाओं के माध्यम से बनवाने लगा दवाब
इस मामले में बताया जा रहा है कि आरोपित प्रधानाध्यापक सुरेश शर्मा द्वारा अपने स्थानीय आकाओं की शरण लेकर कथित रूप से अधिकारियों को मामले को दबवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अपने विद्यालय को छोड़कर प्रधानाध्यापक विगत दो दिन से प्रकरण पर परदा डालने की जुगत में है। उधर प्रधानाध्यापक की करतूतें उजागर होने पर क्षेत्रवासी भी आक्रोशित हो रहे हैं। उन्होंने प्रधानाध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विद्यालय में अनियमितताएं मिलने पर संबंधित विभाग को प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानाध्यापक का वेतन रोकने और अन्य विभागीय कार्रवाई का उल्लेख किया गया है।
अनुज नेहरा- एसडीएम, किरावली