देवरिया, उत्तर प्रदेश: ईद-उल-अज़हा (बकरीद) के मौके पर जहां आमतौर पर बकरों की कुर्बानी दी जाती है, वहीं उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक बुजुर्ग ने अपनी ही जान ले ली, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी कुर्बानी का जो कारण बताया है, वह हर किसी को सन्न कर रहा है। हालांकि, मृतक की पत्नी ने इस घटना के पीछे कुछ और ही कारण बताए हैं, जिससे मामला और पेचीदा हो गया है।
कौन थे मृतक?
मृतक की पहचान ईसमुहम्मद अंसारी के रूप में हुई है। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटे अहमद, फैज और ताज अंसारी हैं। दो बेटियों की शादी हो चुकी है। ईसमुहम्मद मजदूरी करते थे, जबकि बड़ा बेटा मुर्गा काटने और बेचने का काम करता है, जिससे परिवार का गुजारा चलता था। परिवार का कहना है कि ईसमुहम्मद का किसी से कोई विवाद नहीं था।
बकरीद के दिन की खौफनाक घटना
बताया जा रहा है कि बकरीद के दिन ईसमुहम्मद नमाज अदा कर घर लौटे और बकरे की कुर्बानी की तैयारियों में जुट गए। इसी दौरान, उन्होंने एक तेजधार हथियार से अपनी गर्दन काट ली। इस वीभत्स घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
सुसाइड नोट में लिखा चौंकाने वाला कारण
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें मृतक ने लिखा था: “इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पालता है और उसकी कुर्बानी देता है। वह भी एक जीव है, मैं अपनी कुर्बानी खुद अल्लाह के रसूल के नाम पर कर रहा हूं। किसी ने कत्ल नहीं किया है और मेरा कब्र खूंटे के पास बनाना, उसी में दफनाना।”
पत्नी का दावा: भूत-प्रेत का साया और तंत्र-मंत्र
हालांकि, मृतक की पत्नी हाजरा खातून ने सुसाइड नोट में लिखी बात से अलग एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। हाजरा खातून के अनुसार, उनके पति पर भूत-प्रेत का साया था और वे अक्सर आजमगढ़ की दरगाह जाया करते थे। उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले ही ईसमुहम्मद दरगाह से लौटे थे।
पत्नी की मानें तो शनिवार को ईसमुहम्मद झोपड़ी में धूपबत्ती जलाकर तंत्र-मंत्र कर रहे थे। तभी अचानक वे खून से लथपथ होकर गिर पड़े और उनके पास एक भुजाली (तेजधार हथियार) पड़ा था।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने बताया कि फील्ड यूनिट द्वारा मौके से जुटाए गए साक्ष्य और सुसाइड नोट के आधार पर, प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस मामले के अन्य पहलुओं की भी गहनता से जांच कर रही है, जिसमें पत्नी के लगाए गए तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत के साये के दावों की भी पड़ताल की जा रही है।
मृतक के भतीजे शमीम अंसारी ने भी पुष्टि की कि चाचा आज मस्जिद में मिले थे और उनका किसी से कोई विवाद नहीं था। उन्होंने कहा, “कुर्बानी का दिन था और उन्होंने खुद की ही कुर्बानी दे दी।”
फिलहाल, पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है। यह घटना देवरिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।