अछनेरा। जब शौक हद से बढ़ जाएं तो इंसान रास्ता भटक ही जाता है। ऐसा ही मामला सामने आया अछनेरा में, जहां पुलिस और एसओजी टीम की संयुक्त कार्रवाई में बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। चोरी की दस बाइक के साथ तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है।

मंगलवार को तहसील किरावली स्थित कार्यालय में एसीपी अछनेरा गौरव सिंह ने प्रेस वार्ता कर पूरी कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोमवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे सांधन रोड अंडरपास के पास पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान तीन संदिग्ध युवकों को रोका गया और पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए।गिरफ्तार युवकों ने चोरी की दस बाइकें छुपा रखी थीं, जिन्हें उनकी निशानदेही पर बरामद कर लिया गया। इन बाइकों में से सात की पहचान हो चुकी है जबकि बाकी तीन की जांच चल रही है।पकड़े गए आरोपियों की पहचान कृष्णपाल निवासी लोरिया (कागारौल), अनुराग निवासी गढ़ी रामबल (फरह, मथुरा) और अमित निवासी नूरपुर हसैला (चिकसाना, भरतपुर) के रूप में हुई है।तीनों ने कबूला कि वे अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए बाइकें चुराते थे और फिर उन्हें आगरा व भरतपुर में बेच दिया करते थे। पुलिस जांच में सामने आया कि इनका आपराधिक इतिहास भी काफी लंबा है।कृष्णपाल पर 11 मुकदमे दर्ज हैं — अछनेरा, फतेहपुर सीकरी, कागारौल, किरावली और भरतपुर समेत विभिन्न थानों में।अनुराग के खिलाफ 9 औरअमित के खिलाफ 8 मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं।गिरफ्तारी में थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार द्विवेदी, उप निरीक्षक नवजीत सिंह, नमन त्रिपाठी, अतुल कुमार और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।फिलहाल पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश और चोरी के पुराने मामलों की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है।एक बार फिर साबित हुआ — अपराध की डगर भले रोमांचक लगे, मंज़िल हमेशा जेल ही होती है।
