एटा, जैथरा। दैनिक अग्र भारत की खबर का सीधा असर शनिवार को देखने को मिला। श्री गांधी सार्वजनिक इंटर कॉलेज जैथरा,एटा के क्रीड़ा स्थल पर हो रहे अवैध निर्माण कार्य को प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रुकवा दिया।
हाल ही में अग्र भारत ने प्रमुखता से यह समाचार प्रकाशित किया था कि जैथरा नगर के सबसे बड़े खेल मैदान का अस्तित्व संकट में, माफियाओं की करोड़ों रुपए कीमती जमीन पर है नजर !
शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अवैध निर्माण रोका गया। सबसे बड़े खेल मैदान की भूमि पर दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था। खबर सामने आते ही खेल प्रेमियों और नगर के संभ्रांत वर्ग में आक्रोश देखा गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नायब तहसीलदार सतीश चंद्र व नगर पंचायत के अधिकारी कृष्ण प्रताप सरल मौके पर पहुंचे। जांच में निर्माण कार्य को अवैध पाया गया, जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल रोक लगाने के निर्देश जारी किए।
स्थानीय लोगों और खेल प्रेमियों ने राहत की सांस लेते हुए अग्र भारत का आभार जताया। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते समाचार पत्र ने यह मुद्दा न उठाया होता, तो नगर का एकमात्र सार्वजनिक खेल मैदान पूरी तरह अवैध कब्जे की भेंट चढ़ जाता।
प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि मामले की विस्तृत जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और मैदान को पूर्व स्थिति में बहाल किया जाएगा।
आखिर किसकी शह पर शुरू हुआ दुकानों का निर्माण कार्य-
नगर के श्री गांधी सार्वजनिक इण्टर कॉलेज की इस वेश कीमती भूमि पर आखिर किस माफिया की नजर पडी कि उच्चाधिकारियों की बिना अनुमति के इतना बडा खेल शुरू कर दिया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस योजना में कई बडे माफिया शामिल हो सकते है। सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न तब उठ रहा है जब नगर पंचायत जैथरा के अधिकारियों को भी इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि यह भूमि नगर पंचायत की बताई जा रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय एसआईटी टीम गठित कर जांच करवाई जाए, जिससे ऐसे माफियाओं और इसमें संलिप्त प्रबंधतंत्र के खिलाफ कठोर कार्यवाही हो सके।
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