मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली) । कोरोना काल के बाद पहली बार आयोजित हुए उत्तर भारत के ऐतिहासिक दंगल को देखने क्षेत्रवासियों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। दोपहर 12 बजे से शुरू हुए दंगल के मुकाबले सूर्यास्त के समय तक जारी रहे। शुभारंभ ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गुड्डू चाहर, समाजसेवी भूप सिंह इंदौलिया और यशपाल सिंह पनवारी ने संयुक्त रूप से क़िया।
दंगल में विभिन्न प्रांतों के पहलवानों की सहभागिता रही। 500 रूपये की छोटी कुश्तियों से शुरू होकर आखिरी कुश्ती 51 हजार पर समाप्त हुई। 15000 हजार की कुश्ती में जुगे पहलवान मौनी बाबा अखाड़ा किरावली ने सिम्मू पहलवान हरियाणा विजयी रहे। 51 हजार के मुकाबलों में पहली रामेश्वर हाथरस और खुशपाल भरतपुर, दूसरा हरकेश सादाबाद और प्रवेश हरियाणा, तीसरा संजय हरियाणा और श्यामवीर हाथरस, चौथा आखिरी मुकाबला दम्मा पहलवान मौनी बाबा अखाड़ा किरावली और हरिओम चिरवाया भरतपुर के बीच रहा। चारों ही मुकाबले बराबरी पर छूटे।
समाजसेवी रामनरेश इंदौलिया ने केबीसी एकेडमी की तरफ से 5100, वरिष्ठ सपा नेता सुरेंद्र चौधरी ने 11 हजार की कुश्तियां करायी। दंगल में बाल पहलवानों ने भी जमकर दांवपेंच आजमाए। संचालन डोरीलाल इंदौलिया मास्टर और रामनरेश इंदौलिया ने संयुक्त रूप से और रेफरी की भूमिका मुकेश पहलवान व देवेंद्र पहलवान ने निभाई।
इस मौके पर होलू पहलवान, घंसू सरपंच, तोता सरपंच, बने सिंह पहलवान, ताराचंद इंदौलिया, अमरपाल सिंह मुखिया, प्रेम सिंह, राजवीर प्रधान, बंटी प्रधान, सत्यपाल मुखिया, गज्जे पहलवान, पिंकी मास्टर, आरके इंदौलिया, अभिजीत इंदौलिया आदि थे।