Advertisement

Advertisements

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने किया हंगामा, राज्यपाल ने सरकार को सराहा

Dharmender Singh Malik
9 Min Read

लखनऊ । प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन विधान मंडल के दोनों सदनों को समवेत संबोधित किया। पहले ही दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और अभिभाषण के दौरान ’राज्यपाल गो बैक’ के नारे लगाए। हंगामें और शोरगुल के बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरा किया। उधर, नारेबाजी करते हुए सपा विधायक सदन के वेल में आ गए। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही कुछ विधायी कार्य निपटाकर मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल जब सोमवार को विधान भवन पहुंची तो सबसे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके बाद वह 10ः55 बजे सदन में पहुंची। राष्ट्रगान के बाद 10ः56 बजे राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पढ़ना शुरु किया। अभिभाषण शुरु होते ही प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने विरोध स्वरुप सरकार और राज्यपाल विरोधी नारेबाजी शुरु कर दी। सपा और रालोद विधायक अपने हाथों में विभिन्न नारे लिए पम्फलेट पकड़े थे। सभी लगातार ‘राज्यपाल वापस जाओ, झूठा भाषण बंद करो’, ‘दलित-गरीब-किसान-पिछड़ा विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी’ जैसे नारे पूरे दमखम से सदन में गूंजते रहे।

सरकार सदन में विकास व जनकल्याण के मुद्दे पर चर्चा को तैयार-योगी

उधर, राज्यपाल पटेल ने नारेबाजी और हंगामें को नजरअंदाज करते हुए अपना अभिभाषण पढ़ना जारी रखा। उन्होंने अपना अभिभाषण एक घण्टा एक मिनट और 12 सेकेंड में पूरा किया। इस दौरान उन्होंने जहां राज्य सरकार की पीठ थपथपाई तो वहीं सत्तापक्ष ने मेजें।

अपने अभिभाषण में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि मेरी सरकार जन आकांक्षाओं की पूर्ति कर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के लक्ष्य को रखते हुए सभी वर्गों की उन्नति, कल्याण व सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है। युवा, महिला, किसान और व्यापारी सभी शीर्ष पर हैं।

See also  दस्तावेज लेखक एसोसियेशन ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, निबन्धन मित्र की भर्ती का प्रस्ताव वापस लेने की मांग

राज्यपाल का अभिभाषण सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने वाला-मायावती

राज्यपाल ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) में यूपी को 33.52 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश निवेशकों की नजर में भी सर्वश्रेष्ठ है। ’निवेश के महाकुंभ’ में यूपी को सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि दुनिया से भी निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे लगभग 94 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।

राज्यपाल ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अपराध पर प्रभावी अंकुश लगने से प्रदेश में आपराधिक मामलों में निरन्तर कमी आ रही है। वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में डकैती के अपराध में 80.31 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 61.51 प्रतिशत, हत्या के अपराध में 32.45 प्रतिशत, बलवा के मामलों में 51.65 प्रतिशत, फिरौती हेतु अपहरण के अपराध में 43.18 प्रतिशत तथा बलात्कार के अपराध में 21.75 प्रतिशत की कमी आई है।

उन्होंने बताया कि यूपी को तृतीय राष्ट्रीय जल पुरस्कार में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। उत्तर प्रदेश खाद्यान्न, गन्ना, आलू, सब्जियों, फलों व एथेनॉल उत्पादन में भी देश में प्रथम स्थान पर है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कुल 52.77 लाख आवास स्वीकृत हुए हैं। गरीबों के आवास बनाने में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। इनमें से 39.66 लाख आवास पूर्ण भी हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि 2018 में ईको सिस्टम इण्डिया एस.एम. फोरम द्वारा एम.एस.एम.ई. में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदेश की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी को 2023 में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। वर्ष 2019-2020 में ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदेश स्तरीय जियो मनरेगा को प्रथम स्थान प्रदान किया गया है।

See also  आगरा: सक्सेना एजेंसी के नाम पर ठगी, सोने की अंगूठी हुई गायब

2020-2021 में जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मनरेगा योजनान्तर्गत नदियों के पुनरूद्धार हेतु जल संचयन व संरक्षण में प्रदेश के कई जनपदों को प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्रदान किया गया है। पूर्वांचल के पिछड़े जनपदों के समग्र विकास हेतु जनपद लखनऊ से गाजीपुर तक 340.82 कि.मी. लम्बे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तथा बुन्देलखंड क्षेत्र के समग्र विकास हेतु जनपद चित्रकूट से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक 296.07 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। प्रधानमंत्री जी ने इसे नागरिकों को समर्पित भी कर दिया है।

राज्यपाल ने कहा कि गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक 91.35 किमी. लम्बे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तथा जनपद मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी. लम्बे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य गतिमान है। उत्तर प्रदेश डिफेन्स इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के अंतर्गत अलीगढ़, आगरा, झाँसी, चित्रकूट, कानपुर एवं लखनऊ नोड्स में रक्षा क्षेत्र से जुड़े उद्योगों की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर फिल्म सिटी का निर्माण प्रक्रियाधीन है। इससे 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की संभावना है।

सरकार द्वारा वर्ष 2017 से अब तक 118 ब्लाक मुख्यालयों तथा 26 तहसील मुख्यालयों को 2-2 लेन के संपर्क मार्गों से जोड़ा जा चुका है। इसके अतिरिक्त 07 अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा 68 अंतरराज्यीय मार्गों को 02 लेन में चौड़ा किया गया है। सभी जिला मुख्यालयों को 04-लेन के सम्पर्क मार्गों तथा तहसील व ब्लाक मुख्यालय को 02 लेन संपर्क मार्ग से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है।

राज्यपाल ने बताया कि 188 दीर्घ सेतु, पहुँच मार्ग सहित 574 लघु सेतु एवं 74 रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। 291 दीर्घ सेतु, 760 लघु सेतु एवं 140 रेल उपरिगामी सेतु, कुल 1191 सेतु निर्माणाधीन हैं। औसतन प्रत्येक 03 तीन दिन में एक सेतु का निर्माण पूर्ण किया जा रहा है। वर्ष 2012 से 2017 के मध्य प्रतिवर्ष 118 के सापेक्ष वर्ष 2017 से अब तक प्रतिवर्ष 145 सेतुओं का निर्माण किया जा रहा है। 01 लाख से अधिक टीवीयू वाले सभी लेवल क्रॉसिंग पर भविष्य में आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है।

See also  2025 का बजट: असमानता का खाका, अमीरी-गरीबी का फासला बढ़े तो बढ़ने दो

राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि 2017 तक प्रदेश में 02 एयरपोर्ट पूर्ण रूप तथा 02 एयरपोर्ट आंशिक रूप से क्रियाशील थे। अब 09 एयरपोर्ट पूर्ण रूप से क्रियाशील हैं। 10 एयरपोर्ट का कार्य चल रहा है तथा कुछ वर्षों में 21 एयरपोर्ट के साथ यूपी देश में सर्वाधिक एयरपोर्ट वाला राज्य हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) दिसम्बर 2018 से संचालित है। वर्ष 2022-2023 में अब तक कुल 12 किश्तों में रु0 51,639.68 करोड़ की धनराशि डीबीटी के माध्यम से कृषकों के बैंक खातों में सीधे हस्तान्तरित की गई है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के दृष्टिगत ‘उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम’ वर्ष 2022-2023 से 2026-2027 तक संचालित किया जा रहा है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत ‘श्री अन्न’ की उपज को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 18 जनपदों में पहली बार 8,453 किसानों से 42,960 मी. टन बाजरा की खरीद कर लगभग 91 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। प्रदेश में वर्ष 2022 में (जनवरी से अक्टूबर तक) 24.87 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जिनमें 4.10 लाख विदेशी पर्यटक भी सम्मिलित हैं। वर्ष 2022 में अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में 15,76,955 दीप जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाया गया।

Advertisements

See also  डीएपी खाद के ब्लैक मार्केटिंग का मामला: सहकारी समिति के अध्यक्ष ने डीएम को दी शिकायत
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement