किरावली।मेट्रो में सरकारी नौकरी का सुनहरा सपना दिखाकर एक युवक से करीब 3.27 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपी ने खुद को मेट्रो में ऊंचे पदों पर रिश्तेदारों वाला बताकर पहले भरोसा जीता, फिर किस्तों में रकम ऐंठ ली। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पीड़ित गजेंद्र सिंह, निवासी गांव गुढ़ा, पेशे से इलेक्ट्रिशियन हैं। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में बताया कि उनका आना-जाना गहरी कलां, कागारौल निवासी सुशील कुमार के घर पर होता था। एक दिन सुशील ने बातचीत के दौरान उन्हें बताया कि वह मेट्रो में भर्ती करवा सकता है। दावा किया कि उसके रिश्तेदार वहां ऊंचे पदों पर हैं, और अगर 20 लाख रुपये खर्च किए जाएं तो निश्चित नौकरी लग सकती है।गजेंद्र के मुताबिक, सुशील ने अपने पिता हरदम, मां श्रीमती और भाई योगेंद्र उर्फ भोला से मिलवाया, जिन्होंने “गारंटी” भी दी। इसके बाद पंजीकरण के नाम पर 10 हजार रुपये लिए गए और धीरे-धीरे फोन पे के जरिए 3.27 लाख रुपये की वसूली कर ली गई।लेकिन जब वादे के मुताबिक नौकरी नहीं मिली और गजेंद्र ने पैसे वापसी की मांग की, तो सुशील और उसके परिजन टालमटोल करने लगे। धीरे-धीरे उन्होंने धमकी देना भी शुरू कर दिया।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के आदेश पर चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
इस घटना से लेना चाहिए सिख का सबक:बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को जब कोई ‘सरकारी नौकरी’ का सपना दिखाता है, तो वे आसानी से झांसे में आ जाते हैं। इस घटना से युवाओं को ठग रहे ठगों की बारे में बताती है कि ठग किस तरह भरोसे का जाल बुनकर लोगों की मेहनत की कमाई उड़ा लेते हैं।
सावधान रहें, सतर्क रहें। कोई भी नौकरी पैसे देकर नहीं बल्कि मेहनत से हासिल करनी चाहिए।