■ डॉक्टर पी.के. सिंह ने अदालत में दिया था प्रार्थना पत्र
■ एलआईयू इंस्पेक्टर की बहन से पूर्व में डॉक्टर की हुई थी शादी
आगरा: आगरा जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एलआईयू इंस्पेक्टर विकास विशेष के खिलाफ सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। यह आदेश डॉ. पी.के. सिंह के प्रार्थना पत्र पर पारित किए गए।
मामला क्या है?
डॉ. पी.के. सिंह, जो कि एक प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं, ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर एलआईयू इंस्पेक्टर विकास विशेष के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। डॉ. सिंह ने आरोप लगाया कि 13 सितंबर 2024 की रात 9 बजे के करीब एलआईयू इंस्पेक्टर ने उन्हें वाट्सएप कॉल की थी। जब डॉ. सिंह ने कॉल अटेंड नहीं की, तो विकास विशेष ने वाट्सएप पर उन्हें भद्दी गालियाँ दीं और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद यह गाली-गलौज और धमकियाँ लगातार 13 सितंबर 2023 की रात 11:50 बजे तक जारी रही।
परिवारिक विवाद और पूर्व में हुई थी शादी
मामला और भी गंभीर हो जाता है क्योंकि डॉ. पी.के. सिंह की शादी वर्ष 2022 में एलआईयू इंस्पेक्टर विकास विशेष की बहन श्रीमती अर्चना विशेष से हुई थी। हालांकि, दोनों के बीच पारिवारिक विवाद हुआ और दोनों अब अलग-अलग रह रहे हैं। इस विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमें भी दर्ज कराए थे।
अदालत में प्रस्तुत प्रार्थना पत्र
डॉ. पी.के. सिंह ने अपने वरिष्ठ अधिवक्ता हेमेंद्र कुमार चतुर्वेदी और राजेश पाराशर के माध्यम से सीजेएम की अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने आरोप लगाया कि एलआईयू इंस्पेक्टर ने उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी, साथ ही झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश की।
सीजेएम का आदेश
डॉ. सिंह के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए सीजेएम अचल प्रताप सिंह ने एलआईयू इंस्पेक्टर विकास विशेष के खिलाफ गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। साथ ही, उन्होंने थानाध्यक्ष शाहगंज को इस मामले की विवेचना करने के लिए कहा।
आईटी एक्ट का लागू होना
आईटी एक्ट के तहत वाट्सएप पर भद्दी गालियाँ और धमकियाँ देने का मामला गंभीर हो सकता है, क्योंकि इसमें डिजिटल माध्यम से धमकी और बदनामी की कोशिश की गई है। यह कानून की गंभीरता को दर्शाता है और इंस्पेक्टर विकास विशेष के खिलाफ इस मामले में सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
आने वाले दिन
इस मामले में पुलिस जांच के बाद जो भी निष्कर्ष सामने आएंगे, वे निश्चित तौर पर एलआईयू इंस्पेक्टर की प्रतिष्ठा और कानून के पालन में गंभीर असर डाल सकते हैं। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और संबंधित पक्षों से बयान लिए जा रहे हैं।