थाना पैरोकार फौजदारी न्याय व्यवस्था की रीढ़ होता है- जिला जज
पैरोकार पुलिस के अकीर्तिक नायक हैं- पुलिस कमिश्नर
पुलिस प्रशासन और न्यायपालिका के बीच पैरोकार ही एक सेतु का निर्माण करते हैं। यदि यह शिथिल हो जाएंगे तो न्यायपालिका को कार्य करने में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, इसीलिए कहा जाता है कि थाना पैरोकार दांडिक न्याय व्यवस्था की रीढ़ होते हैं। इन्हे स्वस्थ और सतर्क रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीड़ित को न्याय दिलाने मैं पर्दे के पीछे से पैरोकार बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। यह उद्गार आज जनपद न्यायाधीश आगरा विवेक सिंगल ने छठवें पैरोकार सम्मान समारोह में बोलते हुए व्यक्त किए।
यह कार्यक्रम आज दीवानी परिसर में डीजीसी दाण्डिक एडवोकेट बसंत गुप्ता और उनकी टीम ने आयोजित किया । कार्यक्रम में पहुंचे पुलिस कमिश्नर आगरा ने कहा की थाना पैरोकार ऐसे नायक हैं जो न्याय और कानून व्यवस्था के सबसे निचले पायदान पर रहता है। शासकीय अधिवक्ताओं के द्वारा पुलिस वालों का सम्मान किया जाना, यह स्वागत योग्य कदम है। इससे पैरोकारो का उत्साहवर्धन होता है जिससे वे अपने कर्तव्य पालन में हमेशा सजग रहते हैं ।
कार्यक्रम में सीजेएम मृत्युंजय श्रीवास्तव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गवाहों को न्यायालय में समय से बुलाकर त्वरित न्याय की संकल्पना को साकार करने में पैरोकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डीजीसी बसंत गुप्ता ने कहा कि हमने यह कार्यक्रम 6 वर्ष पूर्व प्रारंभ किया था । यह पैरोकारों का सम्मान हमारे उन साथियों का सम्मान है जिनकी तत्परता और समझदारी से शासकीय अधिवक्ता अपने कार्य को सफलतापूर्वक निष्कर्ष तक पहुंचा पाते हैं। कार्यक्रम में पधारे ऐडीशनल कमिश्नर केशव चौधरी, एडवोकेट अमिताभ शर्मा, राजेश कुलश्रेष्ठ, दुर्गविजय सिंह भैया, अरविंद मिश्रा, तरुण शर्मा, ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस कार्यक्रम में मंच पर आगरा जिला जज विवेक संगल, पुलिस कमिश्नर आगरा डॉ प्रत्येद्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर केशव चौधरी, प्रसिद्ध समाजसेवी पूरन डाबर, आगरा बार अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शर्मा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में एडवोकेट अशोक कुलश्रेष्ठ पूर्व डीजीपी रिवेन्यू के साथ ही पूर्व डीजीसी क्राइम अशोक गुप्ता, डीजीसी सिविल धर्मेंद्र वर्मा डीजीसी रिवेन्यू कलेक्ट्रेट अशोक चौबे, पूर्व डीसीसी सिविल राजेश कुलश्रेष्ठ उपस्थित रहे।