जैथरा (एटा) जैथरा थाना क्षेत्र के गांव समोगर में गुरुवार देर शाम एक हंसती-खेलती जिंदगी दर्दनाक हादसे की भेंट चढ़ गई। घर पर चारा काटते समय मशीन में दुपट्टा फंसने से 16 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया, परिजनों ने पोस्टमार्टम कराए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया।
गांव समोगर निवासी राहुल ने बताया कि उसकी छोटी बहन काजल (16) रोज की तरह गुरुवार को भी घर पर लगे चारा मशीन पर चारा काट रही थी। इस दौरान उसका दुपट्टा मशीन के इंजन में चल रहे पटे में फंस गया। दुपट्टा गर्दन में कसता चला गया और देखते ही देखते काजल बेहोश हो गई।
शोर सुनकर परिजन मौके पर दौड़े और मशीन बंद कर किसी तरह दुपट्टा निकाला, लेकिन तब तक काजल की सांसें थम चुकी थीं।
काजल के पिता की दो वर्ष पूर्व कैंसर से मौत हो चुकी है। घर में अब मां जनता देवी, भाई राहुल और काजल ही रहते थे। काजल की दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। बेटी की मौत से मां जनता देवी बेसुध हो गईं।
हादसे की सूचना मिलने के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जिस मोहल्ले में देवी जागरण का आयोजन होना था, उसे भी स्थगित कर दिया गया।
गांव की गूंजती हंसी अचानक थम गई –
जिस किशोरी की हंसी से आंगन गूंजता था, अब उसी आंगन में मातम पसरा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हादसा बेहद दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीण इलाकों में आज भी चारा मशीनों के इस्तेमाल में सुरक्षा के मानक नहीं अपनाए जाते। ऐसे हादसे लगातार सामने आते हैं, लेकिन न तो जागरूकता फैलाई जा रही है और न ही कोई सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं।