शहीद स्मारक पर गूंजी सैनिकों की आवाज: सैनिकों की आवाज दबाने नहीं देंगे, पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना

Dharmender Singh Malik
2 Min Read
शहीद स्मारक पर गूंजी सैनिकों की आवाज: सैनिकों की आवाज दबाने नहीं देंगे, पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना

आगरा: शहीद स्मारक संजय प्लेस पर सैनिकों के सम्मान और न्याय की मांग को लेकर पूर्व सैनिक संघर्ष समिति का धरना लगातार जारी है। समिति अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन पर दबाव बना रही है और मांग पूरी होने तक धरना जारी रखने का निर्णय लिया है।

पांच सूत्रीय मांगें

  • जमीन कब्जा मुक्ति: पनवारी के स्वर्गीय पूर्व सैनिक कुंजबिहारी की जमीन को दबंगों से मुक्त कराना।
  • वरिष्ठ नागरिकों को सुविधाएं: 60 वर्ष से अधिक आयु के पूर्व सैनिकों को सरकारी विभागों में बिना लाइन में लगे प्रवेश।
  • हथियारों का पंजीकरण: पूर्व सैनिकों के हथियारों का पंजीकरण और नवीनीकरण आसान बनाना।
  • शहीदों के लिए समाधि स्थल: बिना शहीद दर्जा प्राप्त दिवंगत सैनिकों के लिए समाधि स्थल का निर्माण।
  • नौकरी में स्थानीय नियुक्ति: सेना से रिटायर होने के बाद सरकारी नौकरी में लगे पूर्व सैनिकों को उनके घर से 30 किलोमीटर के दायरे में तैनाती।
See also  फतेहाबाद के युवा आर्यन मुदगल ने एनडीए में सफलता हासिल की, देश सेवा को देंगे प्राथमिकता

प्रशासन के साथ वार्ता

कल अतिरिक्त जिलाधिकारी और आज उप जिलाधिकारी के साथ हुई बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि, समिति अभी तक प्रशासन के प्रयासों से संतुष्ट नहीं है। जिलाध्यक्ष महेश चाहर ने कहा, “हमारी सभी मांगें जिलाधिकारी महोदय के अधिकार क्षेत्र में आती हैं और ये किसी भी तरह से असंवैधानिक नहीं हैं। हम सैनिकों के मान-सम्मान और न्याय की इस लड़ाई को तब तक लड़ेंगे जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।”

धरने में उपस्थित

जिलाध्यक्ष महेश चाहर के अलावा प्रताप चाहर, हाकिम चाहर, एडवोकेट तुलसीराम, भोज कुमार फौजी, तेजवीर सिंह, शिवकुमार जुरैल, सुरेश बाबू, बी एस परिहार, एडवोकेट महेश बघेल, समर मलिक, धर्मेंद्र खंदौली, वीरपाल चाहर, राजवीर चाहर, श्यामबाबू शर्मा, बाबूलाल सोलंकी, प्रेम सिंह, मुकेश शर्मा, वीरेंद्र, एम एस कुंतल आदि पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

See also  आगरा: संन्यास के फैसले पर अटल राखी, बोलीं- 'अपनों ने ही किया विरोध, गुरुजी पर लगे आरोप गलत'
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment