फतेहपुर सीकरी, आगरा: आगरा के फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के गांव दूरा में एक युवती ने कथित तौर पर मध्य प्रदेश पुलिस के एक दरोगा की धमकी से भयभीत होकर अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार की है, जब युवती का भाई, प्रधान प्रतिनिधि और ग्रामीण मुरैना स्थित सिविल लाइंस थाने में युवती के खिलाफ दो महीने पहले दर्ज कराए गए एक मुकदमे के सिलसिले में बातचीत करने गए थे।
घर में अकेली थी ‘लाडो’, फांसी लगाकर खत्म की जिंदगी
गुरुवार सुबह करीब 9:30 बजे की घटना है। गांव दूरा निवासी भूदेव उप्रेती की पत्नी ओमवती अपने घर के दरवाजे पर बैठी थीं। उनका बेटा पशुओं को चारा खिलाने गया था। बेटी प्रेमलता, जिसे ‘लाडो’ के नाम से जाना जाता था, मोबाइल चार्ज करने का कहकर घर के अंदर चली गई। कुछ देर बाद जब मां और बेटा घर के भीतर पहुंचे, तो उन्होंने कमरे में लाडो को पंखे से लटका हुआ पाया। बेटी को फांसी पर लटकी देख उनकी चीख निकल गई।
घटना की सूचना तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम और थाना फतेहपुर सीकरी को दी गई। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृतका का पंचनामा भरवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मुरैना में युवक की मौत और पुलिस का दबाव: लाडो पर था केस
ग्रामीणों के अनुसार, मुरैना थाने के एक दरोगा कुछ दिन पहले भूदेव उप्रेती के घर युवती के विरुद्ध दर्ज मुकदमे में बयान लेने आए थे। तभी से लाडो गहरे अवसाद में थी।
पूरे मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि मुरैना में रिश्तेदारी के दौरान लाडो की एक युवक से जान पहचान हो गई थी। दोनों आपस में शादी करना चाहते थे। लेकिन युवक के परिवार वालों ने शादी करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक, युवक ने विगत माह लाडो से फोन पर बात की थी। लाडो ने उसे कहा था कि जब उसके परिवार वाले शादी के लिए राजी नहीं हैं, तो वह फोन क्यों करता है, और उसे आगे फोन न करने को कहा। लाडो की बात से आहत होकर उस युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
ग्रामीणों का मानना है कि मुरैना के युवक की मौत और उस मामले में मध्य प्रदेश पुलिस के दरोगा द्वारा लाडो पर बनाए जा रहे दबाव और धमकी से भयभीत होकर ही लाडो ने गुरुवार को यह कदम उठाया और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।