आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा के यमुना पार 100 फुटा चौराहे पर, विभाग की मिलीभगत से अवैध निर्माण का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। यहाँ, एक पांच मंजिला सफेद इमारत बिना किसी अनुमति के खड़ी हो गई है। जब आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, तो इसके बगल में एक और अवैध बिल्डिंग का निर्माण शुरू हो गया है।
कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
जब इस मामले में ADA के अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने सिर्फ “कार्रवाई की जा रही है” कहकर टाल दिया। सहायक अभियंता भानु सिंह ने बताया कि बिल्डर ने कंपाउंडिंग के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसे उपाध्यक्ष के पास भेजा गया है। लेकिन नियमों के अनुसार, कंपाउंडिंग से पहले कई विभागों से NOC और प्राधिकरण से नोटिस जारी होना चाहिए, जो यहाँ नहीं हुआ। इससे यह साफ है कि अधिकारियों ने जानबूझकर मामले को रोका हुआ है।
राजनीतिक प्रभाव और खतरे
यह पांच मंजिला सफेद बिल्डिंग एक सपा नेता की बताई जा रही है, जिसका ADA में काफी प्रभाव है। इसी वजह से उनकी अवैध बिल्डिंग पर न तो कोई नोटिस जारी किया गया और न ही इसे सील किया गया। इस तरह के अनियंत्रित निर्माण से भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
भानु सिंह (जे.ई.): “बिल्डर ने कंपाउंडिंग के लिए प्रार्थना पत्र दिया है, जो उपाध्यक्ष के पास भेजा गया है। वहाँ से आदेश मिलने के बाद ही कार्रवाई होगी।”
क्षेत्रीय ए.ई.: उन्होंने इस मामले पर बात करने से इनकार कर दिया और जेई से जानकारी लेने को कहा।
अधिशासी अभियंता: उन्होंने एई और जेई को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और कहा है कि जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
यह देखना बाकी है कि अधिकारियों के निर्देशों का पालन होता है या फिर यह अवैध निर्माण का खेल इसी तरह जारी रहेगा।