एटा, उत्तर प्रदेश: एटा जनपद के थाना जलेसर कोतवाली क्षेत्र के गांव कोसमा में एक 23 वर्षीय युवक हुसैन अली की अपहरण के बाद निर्मम हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रंजिश के चलते गांव के ही पांच नामजद आरोपियों ने पहले हुसैन अली का अपहरण किया, फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को हजारा नहर के पास उपलों के ढेर में जलाकर उसकी हड्डियों को नहर में फेंक दिया। इस जघन्य वारदात का खुलासा होते ही मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
शराब पिलाकर किया अपहरण, फिर गला घोंटकर जलाया
जलेसर से मिली जानकारी के अनुसार, गांव कोसमा निवासी हुसैन अली का बीते 9 जून को गांव के ही नामजद आरोपी रोहित, मोहन, प्रदीप और बाबुद्दीन ने अपहरण कर लिया था। आरोपियों ने हुसैन अली को पहले शराब पिलाई और नशे में धुत होने के बाद रात करीब 10:30 बजे एक ट्रैवलर गाड़ी से उसे गांव से बाहर ले गए। यहीं पर आरोपियों ने रस्सी से गला दबाकर हुसैन अली की हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को उपलों के ढेर (बिटिया) में जला दिया।मृतक के भाई ने बताया कि 11 जून को उन्हें कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव बाबसा में नहर किनारे एक युवक के जले हुए शव के बारे में जानकारी मिली। जब वे परिजनों के साथ मौके पर पहुँचे, तो उन्हें अपने भाई की हत्या किए जाने का पता चला। उन्होंने तत्काल जलेसर थाना पुलिस को सूचना दी और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी व पूछताछ की मांग की।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
परिजनों का आरोप है कि यदि जलेसर थाना पुलिस ने 11 जून को तहरीर मिलते ही गंभीरता से कार्रवाई की होती और नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ करती, तो हुसैन अली की इतनी बेरहमी से हत्या नहीं होती। परिजनों ने पुलिस की शिथिलता के कारण हुसैन अली की जान जाने का आरोप लगाया है।
तीन आरोपी गिरफ्तार, जुर्म कबूला
वहीं, प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार राघव और उनकी टीम ने घटना के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें आज जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने हुसैन अली का अपहरण किया, उसकी हत्या की, शव को हजारा नहर के किनारे जलाया और उसकी हड्डियां नहर में फेंक दीं, ताकि उसकी पहचान न हो सके और कोई सबूत न बचे।
गिरफ्तार करने वाली टीम में हेड कांस्टेबल भूपेंद्र, सिपाही विपिन सिंह, सिपाही राहुल कुमार और सिपाही नितिन शामिल रहे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 140 (1)/103 वीपीए एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।