आगरा (किरावली)। भारतीय दर्शन को विश्व पटल पर स्थापित करने वाले महान महर्षि स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती पर अनार देवी गोयल सरस्वती विद्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में धूमधाम से मनाई गई।
प्रधानाचार्य श्यामहरी शर्मा और संघ के नगर कार्यवाह रवि शंकर ने संयुक्त रूप से स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्पार्चन कर नमन किया। छात्र-छात्राओं ने स्वामी विवेकानंद के जीवन के विभिन्न बिंदुओं कर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता रवि शंकर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का सिर्फ 39 वर्ष का जीवनकाल कई मायनों में आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।
स्वामी विवेकानंद कहते थे कि हर युवा राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकता है। ऐसे में युवाओं को अपने सामर्थ्य का उचित प्रयोग करना चाहिए। ऐसे युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद कहते थे, “अपनी आरामदायक (कंफर्ट जोन) से बाहर निकलो और अपने उद्देश्यों की प्राप्त के लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करो उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। उनके जन्मदिवस को भारत सरकार द्वारा 1984 में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा हुई थी।
इस मौके पर नरेश, सुबोध कुमार, मनोज, देवेंद्र, उत्तम लवानिया, चंद्रपाल चाहर, रामअवतार सिसोदिया, रविंद्र, गंगाप्रसाद, ज्योति, इच्छा चाहर, शालिनी, राजलक्ष्मी, सृष्टि सिसोदिया, साक्षी, पारूल, गुंजन आदि थे।