मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली)। वंचितों और शोषितों के हितों की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले संविधान शिल्पी डॉ भीमराव आंबेडकर की 132 वीं जन्मजयंती पर गांव जैंगारा और किरावली में उनको नमन किया गया। इस श्रृंखला में जैंगारा में खटीक समाज एकता सेवा समिति के संरक्षक गौरीशंकर ठगेला ने उनके छायाचित्र के समक्ष माल्यार्पण किया। किरावली में उनकी प्रतिमा पर किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह की अगुवाई में सामूहिक रूप से माल्यार्पण किया गया। वक्ताओं ने कहा कि डॉ भीमराव का जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी। समाज को शिक्षित और संगठित करने पर उन्होंने हमेशा जोर दिया। उनका स्पष्ट कथन था, शिक्षा ही गरीबी को दूर करने का सबसे बड़ा हथियार है। स्वतंत्र भारत में राष्ट्र के उत्थान के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य किये, इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में उनका नाम सदैव दर्ज रहेगा। इस मौके पर बदन सिंह ठगेला, सूरज नागर, प्रेम सिंह खितौलिया, टीकाराम, महावीर खन्ना, सोवरन खोवाल, मनीष, दीपक ठगेला, विनय ठगेला, अमित, गुंजीत बासवाल, गंगाराम माहौर, दाताराम लोधी, बाबूलाल वाल्मीकि, गजेंद्र इंदौलिया, अरमान कुरैशी, इरशाद मोहम्मद, देवेंद्र सोलंकी आदि थे।