आगरा: आगरा के हृदयस्थल संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर जलियाँवाला बाग के सैकड़ों वीर शहीदों को उनकी 106वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वर्ष 1919 में इसी दिन हुए नरसंहार में अपनी जान गंवाने वाले निर्दोष नागरिकों की याद में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के गणमान्य नागरिकों और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम का मुख्य आयोजन ठा0 राम सिंह वाचनालय में किया गया, जहाँ शहीदों की स्मृति में स्थापित वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष डॉ यू सी गर्ग ने की।
गोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए, जिनमें प्रमुख रूप से डॉ शशि तिवारी, डॉ पी एस कुशवाह, किसान नेता भारत सिंह, श्रीलाल तोमर, जनवादी महिला नेत्री किरन सिंह और सिविल सोसाइटी के श्री अनिल शर्मा शामिल थे। इन वक्ताओं ने जलियाँवाला बाग के शहीदों के बलिदान को याद करते हुए वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य पर गहरी चिंता व्यक्त की।
वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि आज के समय में यदि हम भारत के संविधान और हमारी गौरवशाली गंगा-जमुनी संस्कृति को दरकिनार कर केवल हिन्दू-मुस्लिम या जाति-पांति की राजनीति करते हैं, तो यह उन महान शहीदों के बलिदान को भुला देने और उनका घोर अपमान करने जैसा अपराध होगा, जिन्होंने देश की एकता और स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। उन्होंने वर्तमान पीढ़ी से शहीदों के आदर्शों को आत्मसात करने और देश की अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने का आह्वान किया।
इस श्रद्धांजलि सभा में डॉ निखिल चतुर्वेदी, शरद गुप्त, विशाल रियाज सहित शहर के अनेक प्रतिष्ठित नागरिकों और युवाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और शहीदों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन समिति के सचिव श्री राम नाथ द्वारा किया गया, जिन्होंने शहीदों के जीवन और बलिदान पर प्रकाश डाला और उपस्थित लोगों को उनके त्याग से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।