Up agra: किरावली में बहुउद्देश्यीय हॉल के निर्माण में आवास विकास परिषद के इशारे पर लग रही घटिया निर्माण सामग्री, जानें पूरा मामला

Jagannath Prasad
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बहुउद्देशीय हॉल निर्माण में प्रयोग हो रहीं ईंट ,फोटो अग्र भारत

परिषद का निर्माण खंड-2 भ्रष्टाचार के दलदल में डूबा, अधिशासी अभियंता द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्रों के निर्माण में भी किया गया बड़ा घोटाला, डीआईओएस एवं अधिशासी अभियंता ने नहीं दिया कोई उचित जवाब

Up agra:किरावली। माध्यमिक शिक्षा विभाग “सब पढ़ें, सब बढ़ें” स्लोगन को साकार करने के लिए जनपद में बहुउद्देश्यीय हॉलों का निर्माण कर रहा है, लेकिन यह हॉल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही मामला ब्लॉक अछनेरा के अंतर्गत अभेंदोपुरा का सामने आया है। जिसका निर्माण आवास विकास परिषद द्वारा कराया जा रहा है। यहां निरीक्षण में पाया गया कि विभाग द्वारा तैयार की गई डिपार्टमेंट प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है, बल्कि उसमें घटिया सामग्री का प्रयोग कर भविष्य में बच्चों के लिए खतरा पैदा किया जा रहा है।

आवास विकास परिषद की बात करें तो वह भ्रष्टाचार में नंबर वन दिखाई देता है। यदि परिषद के निर्माण खंड-2 के अधिशासी अभियंता नवजोत सिंह के कार्यों पर नजर डाली जाए, तो उनके ज्यादातर निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार का जमकर खेल चल रहा है। इस बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण भी परिषद के अधिशासी अभियंता नवजोत सिंह के निर्देशन में ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है।

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बताया जा रहा है कि यहां घटिया ईंटों के साथ ही बजरी की जगह डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। इसकी शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में की गई थी, लेकिन अब तक संबंधित ठेकेदार एवं निर्माण संस्था के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ हो रहा है कि शिक्षा के लिए बनाए जा रहे बहुउद्देश्यीय हॉल का निर्माण भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। ऐसे में इस मामले में क्या कार्रवाई होगी, यह कहना तो मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता नवजोत सिंह के कार्यकाल में हुए निर्माण कार्यों की जांच हो, तो निश्चित ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

जनपद में कई बहुउद्देश्यीय हॉल बन रहे

माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए एक बहुउद्देश्यीय हॉल नहीं, बल्कि जनपद में कई हॉल का निर्माण किया जा रहा है। अछनेरा क्षेत्र में बन रहे बहुउद्देश्यीय हॉल में घटिया निर्माण सामग्री से यह प्रतीत होता है कि आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता सभी हॉलों के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर एक बड़े घोटाले को अंजाम देकर भविष्य के हादसों को न्योता दे रहे हैं। इसकी जांच होना अब अनिवार्य है।

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अधिशासी अभियंता ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी करवाया घटिया सामग्री का प्रयोग

पिछले दिनों 15वें वित्त आयोग की धनराशि से जनपद में बने दो दर्जन से अधिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता निर्माण खंड-2 नवजोत सिंह द्वारा जमकर घटिया सामग्री का प्रयोग करवाया गया है। बताया जाता है कि यह स्वास्थ्य उपकेंद्र (DPR) के अनुसार नहीं बने हैं, बल्कि अधिशासी अभियंता के भ्रष्टाचार के नाप-यंत्र से बने हैं। इनमें विभाग द्वारा तैयार डीपीआर की पूरी तरह अनदेखी की गई है। इन उपकेंद्रों की जांच होगी, तो अधिशासी अभियंता का बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। हाल ही में बने कई स्वास्थ्य केंद्र भ्रष्टाचार के चलते जर्जर हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी इन्हें हैंडओवर करते समय सामग्री की गुणवत्ता को नजरअंदाज कर दिया। आने वाले समय में यह स्वास्थ्य केंद्र जनपद की जनता के लिए मौत के केंद्र साबित हो सकते हैं।

जिम्मेदारों ने नहीं दिया उचित जबाब

जब इस संबंध में प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक मानवेंद्र सिंह से बात की गई, तो वह पहले जांच की बात करने लगे, लेकिन जब उनसे बहुउद्देश्यीय हॉल के बारे में विस्तार से पूछा गया, तो उन्होंने फोन काटते हुए कहा कि अभी मैं निर्माणदायी संस्था से बात करके आपको बताता हूं। उसके बाद उन्होंने संवाददाता का फोन भी उठाना मुनासिब नहीं समझा। इससे साफ हो रहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी भी कहीं न कहीं इन बहुउद्देश्यीय हॉलों के निर्माण में लग रही घटिया सामग्री को नजरअंदाज करते नजर आ रहे हैं।  जब आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता नवजोत सिंह से बात की गई, तो वह भी फोन पर यह पूछते नजर आए कि जनपद में कई बहुउद्देश्यीय हॉल बनाए जा रहे हैं, किस हॉल की शिकायत आप कर रहे हैं। उन्होंने यही कहा कि अभी मैं जांच करके आपको बताऊंगा। लेकिन उन्होंने भी इस हॉल की जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। बल्कि उन्होंने तो इस हॉल में कितनी धनराशि, कौन ठेकेदार है, आदि की जानकारी भी फोन पर नहीं दी और संवाददाता का फोन दोबारा से रिसीव ही नहीं किया।

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