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UP: पकड़ा गया ‘फर्जी’ देशभक्त! गाजीपुर में नौसेना की नौकरी का अनोखा जुगाड़

Jagannath Prasad
4 Min Read
UP: पकड़ा गया 'फर्जी' देशभक्त! गाजीपुर में नौसेना की नौकरी का अनोखा जुगाड़

नौसेना में नौकरी के लिए युवक ने खुद ही किया दस्तावेजों का वेरिफिकेशन, फर्जीवाड़ा पकड़ा गया

गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में नौसेना में भर्ती होने की चाहत में एक युवक ने ऐसा कारनामा कर डाला कि अब वह कानूनी पचड़े में फंस गया है। करंडा थाना क्षेत्र के सीता पट्टी गांव के रहने वाले आदित्य नामक युवक ने नौसेना की नौकरी पाने के लिए अपने दस्तावेजों का स्वयं ही वेरिफिकेशन कर डाला। उसने एक फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र (Character Certificate) तैयार किया और उसे भारतीय नौसेना के एक अधिकारी को सौंप दिया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब नौसेना की तरफ से गाजीपुर कोतवाली पुलिस को उस चरित्र प्रमाण पत्र का सत्यापन (Verification) करने के लिए एक ईमेल प्राप्त हुआ। जांच में दस्तावेज पूरी तरह से फर्जी पाए गए, जिसके बाद आरोपी युवक के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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सरकारी नौकरी की चाहत में फंसा फर्जीवाड़े के जाल में

करंडा थाना क्षेत्र के सीता पट्टी गांव का निवासी आदित्य नौसेना में भर्ती होना चाहता था। अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि को छुपाने के लिए उसने खुद ही एक फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र बना लिया। सरकारी नौकरी पाने की लालसा में युवक अब गंभीर कानूनी मामलों में उलझ गया है।

पुलिस को मिला ईमेल, खुली फर्जीवाड़े की पोल

भारतीय नौसेना चिल्का की पीआरओ नम्रता पंत ने 17 अप्रैल को गाजीपुर पुलिस को एक ईमेल भेजा। इस ईमेल में आदित्य सिंह द्वारा जमा किए गए चरित्र प्रमाण पत्र की सत्यता की जांच करने का अनुरोध किया गया था। इस ईमेल के मिलते ही गाजीपुर पुलिस तत्काल हरकत में आई और चरित्र सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की गई।

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जांच में दस्तावेज निकले फर्जी

पुलिस की जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि आदित्य सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया चरित्र प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी है। जांच में पाया गया कि न तो यह प्रमाण पत्र जिले के किसी भी संबंधित कार्यालय से जारी किया गया था और न ही उस पर इस्तेमाल की गई पुलिस अधीक्षक की मुहर और हस्ताक्षर असली थे। यह कृत्य राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी एक गंभीर मामला है, क्योंकि एक फर्जी दस्तावेज के सहारे नौसेना में भर्ती होने का प्रयास किया गया था।

युवक के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा, गिरफ्तारी के लिए दबिश

जांच में यह भी सामने आया कि आदित्य सिंह के खिलाफ पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसे उसने इस फर्जी दस्तावेज का उपयोग करके छुपाने की कोशिश की थी। चरित्र सत्यापन लिपिक जग नारायण की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी आदित्य सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अब उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

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इस घटना ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा करने वालों के लिए एक कड़ा संदेश दिया है। पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ने कहा कि ऐसे कृत्यों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नौसेना जैसे संवेदनशील विभाग में इस प्रकार के फर्जीवाड़े का प्रयास राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, जिसे पुलिस गंभीरता से ले रही है।

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