मुजफ्फरनगर, UP Crime News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शिक्षिका पत्नी ने अपने पति पर पांच शादियां करने और विरोध करने पर मारपीट कर गर्भपात कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित महिला का पति हरियाणा के गुरुग्राम में हेड कॉन्सटेबल के पद पर तैनात है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने हेड कॉन्सटेबल पति, उसकी मां और बड़े भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बरेली में शिक्षिका है पीड़ित पत्नी
पीड़ित महिला बरेली के एक स्कूल में शिक्षिका के तौर पर कार्यरत है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी शादी मुजफ्फरनगर के राहुल कुमार नामक युवक से हुई थी, जो वर्तमान में गुरुग्राम में हेड कॉन्सटेबल है। महिला ने आरोप लगाया कि उसका पति आदतन शराबी है और शादी के बाद से ही उसके साथ मारपीट करता है। इतना ही नहीं, वह बरेली आकर भी उसके साथ दुर्व्यवहार और हंगामा करता है।
पांच शादियों का आरोप, गर्भपात का दर्द
पीड़िता ने अपने पति पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल कुमार पहले से ही पांच शादियां कर चुका है, जिनमें से चार पत्नियों से उसने अभी तक तलाक भी नहीं लिया है। महिला ने बताया कि जब उसने अपने पति के इस कृत्य का विरोध किया, तो उसने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की, जिसके कारण उसका तीन माह का गर्भपात हो गया।
छठी शादी की फिराक में
पीड़ित पत्नी ने यह भी आरोप लगाया कि उसका पति अब मुजफ्फरनगर की ही रहने वाली एक और लड़की से छठी शादी करने की योजना बना रहा है। महिला ने बताया कि उसके पिता भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त हैं और उसका भाई सेना में अधिकारी है।
सास और जेठ पर भी आरोप
पीड़िता ने अपनी सास सतवीरी और अपने जेठ प्रशांत कुमार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहा कि ये दोनों भी उसके पति के गलत कामों में उसका साथ देते हैं और उसे प्रताड़ित करते हैं।
पुलिस कर रही है जांच
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इंस्पेक्टर विनय कुमार ने बताया कि पीड़ित महिला की तहरीर पर हेड कॉन्सटेबल राहुल कुमार, उसकी मां सतवीरी और बड़े भाई प्रशांत कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस हैरान कर देने वाले मामले ने रिश्तों की मर्यादा और कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक पुलिसकर्मी पर इस तरह के गंभीर आरोप लगने से विभाग की छवि भी धूमिल हुई है। अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और पीड़ित महिला को न्याय मिल पाता है या नहीं।