कौशांबी (उत्तर प्रदेश): कौशांबी जिले से एक सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ है। यहां एक भांजे ने अपनी मामी के प्रति आसक्ति के चलते अपने मामा की बेरहमी से हत्या कर दी। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने में उसके चचेरे भाई और एक दोस्त ने भी उसका साथ दिया। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सिकंदरपुर बजहा गांव में पेड़ के नीचे मिला खून से लथपथ शव
यह खौफनाक वारदात संदीपन घाट थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर बजहा गांव में हुई। शुक्रवार की सुबह गांव के बाहर एक पेड़ के नीचे खून से लथपथ एक शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 28 वर्षीय महेन्द्र प्रजापति उर्फ छोटू के रूप में हुई। शव मिलने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की गहन जांच शुरू कर दी।
मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स से मिली अहम जानकारी
पुलिस ने घटनास्थल से बरामद एक पिकअप वाहन के नंबर के आधार पर सबसे पहले मृतक की पहचान सुनिश्चित की। इसके बाद, पुलिस ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सर्विलांस की मदद से मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल को खंगाला। इस तकनीकी जांच के माध्यम से पुलिस को तीन संदिग्ध व्यक्तियों – आकाश, रोहित और छोटू उर्फ विजय भारतीय – की पहचान करने में सफलता मिली। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी और पुलिस ने मृतक के परिजनों से पूछताछ की, शक की सुई इन्हीं तीनों युवकों की ओर घूम गई। आखिरकार, पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को मनौरी पुलिया के पास से धर दबोचा।
मामी के प्यार में दी मामा को दर्दनाक मौत
पूछताछ के दौरान आरोपी आकाश ने जो चौंकाने वाला खुलासा किया, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया। आकाश ने बताया कि मृतक छोटू उर्फ महेन्द्र उसका सगा मामा था। उसने आगे बताया कि वह अपनी मामी की बहन से प्रेम करता था और वह पहले भी दो बार उसे लेकर घर से भाग चुका था, जिसके कारण परिवार में काफी तनाव का माहौल बन गया था। इस मामले को सुलझाने के लिए रिश्तेदारों ने पंचायत भी बुलाई थी, जिसमें मामा महेन्द्र ने आकाश को जमकर फटकारा और अपमानित किया था। इसी अपमान के कारण आकाश के मन में अपने मामा के प्रति बदले की आग धधक रही थी।
योजना के अनुसार, गुरुवार की रात आकाश ने अपने चचेरे भाई रोहित और अपने दोस्त छोटू उर्फ विजय के साथ मिलकर अपने मामा की हत्या की साजिश रची। तीनों ने मिलकर महेन्द्र को एक सुनसान जगह पर बुलाया। जैसे ही महेन्द्र वहां पहुंचा, तीनों ने मिलकर उसके सिर पर जानलेवा वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही बेरहमी से मौत हो गई। हत्या के बाद, आरोपियों ने शव को सड़क किनारे फेंक दिया, ताकि यह घटना एक दुर्घटना की तरह लगे और पुलिस को गुमराह किया जा सके। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से मृतक का मोबाइल फोन, खून से सने कपड़े और वह बाइक भी बरामद कर ली है, जिसका इस्तेमाल उन्होंने वारदात को अंजाम देने में किया था। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है, ताकि हत्या के पीछे के सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके।
पुलिस अधिकारियों ने घटना को लेकर क्या कहा?
मामले की जानकारी देते हुए सीओ सतेंद्र तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर मिली पिकअप के नंबर के आधार पर मृतक की पहचान की गई। इसके बाद परिजनों से पूछताछ की गई और मृतक के मोबाइल को सर्विलांस पर रखकर जांच की गई, जिसके परिणामस्वरूप घटना में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इलाके में फैला दहशत का माहौल
आरोपी आकाश ने पूछताछ में स्वीकार किया कि मृतक छोटू उर्फ महेन्द्र उसका मामा था और वह मामी की बहन से प्यार करता था, जिसके साथ वह पहले भी दो बार घर से भाग चुका था। इसी वजह से रिश्तेदारों के बीच पंचायत हुई थी, जिसमें मामा महेन्द्र ने उसे डांटा था। इसी अपमान का बदला लेने के लिए उसने अपने चचेरे भाई रोहित और दोस्त छोटू के साथ मिलकर मामा की सिर कुचलकर हत्या कर दी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।