UP: डीआईओएस कार्यालय में भ्रष्टाचार का विकास ?

admin
2 Min Read

पवन चतुर्वेदी

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसका एक ताजा उदाहरण एटा जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सामने आया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बिना किसी नियुक्ति/पद के पिलुआ निवासी विकास नामक व्यक्ति पिछले कई वर्षों से कार्यरत है। वह जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय से लेकर उनके आवास तक छाया हुआ है। विकास की हनक इतनी है कि जब चाहे तब किसी भी प्राचार्य या शिक्षक को फोन घुमा देता है।

See also  एटा: नगर पंचायत जैथरा में शॉपिंग कॉम्पलेक्स निर्माण विवाद, RTI से होगा सच का खुलासा

विकास की नियुक्ति जनता इंटर कॉलेज पिलुआ में लिपिक के पद पर हुई थी, लेकिन इस नियुक्ति का आज तक किसी सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमोदन नहीं दिया गया और न कभी कोई वेतन भुगतान हुआ।

विकास के भ्रष्टाचार की शिकायत जिलाधिकारी एटा और मुख्यमंत्री से भी की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

एक और चौंकाने वाली बात यह है कि डीएलएड परीक्षा के दौरान डाइट प्राचार्य के सचल दल में विकास की नियुक्ति कर दी गई थी। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई तो आनन-फानन में उसे हटा दिया गया।

विकास किस अधिकार के तहत जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ गाड़ी में बैठकर चला था? और क्यों उनके कार्यालय में हरदम उपस्थित रहता था? इस बात का उत्तर शायद जिला विद्यालय निरीक्षक ही दे सकते हैं।

See also  महिलामित्र से मिलने आये पुलिसकर्मी को पत्नी ने पकड़ा

नाम न छापने की शर्त पर कई शिक्षकों ने बताया कि डीआईओएस के सरकारी सीयूजी नंबर तक को भी विकास रिसीव करने लगा था और कई बार शिक्षकों को फर्जी कार्यवाही का भय दिखाकर उनसे धन उगाही भी कर लेता था।

See also  ब्रज मंडल: धर्म और विकास के बीच संघर्ष, पर्यावरण संकट में, धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना; वृंदावन और मथुरा को संरक्षित करने का आह्वान
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement