आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने हाल ही में अतीक अहमद और जीवा हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संलिप्तता का मुद्दा उठाते हुए इन हत्याकांडों की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने भारत सरकार और यूपी के मुख्य सचिव को एक पत्र भेजकर इस मामले में गहन जांच की आवश्यकता पर जोर दिया है।
मामले की पृष्ठभूमि
अमिताभ ठाकुर ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि अतीक अहमद और जीवा हत्याकांड में कई समानताएं हैं, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग की गतिविधियों से मेल खाती हैं। उन्होंने कहा, “बाबा सिद्दीकी, सलमान खान अटैक सहित लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा की गई अन्य घटनाओं में साधारण अपराधियों का प्रयोग किया गया है, लेकिन हथियार अत्याधुनिक और महंगे थे।”
लॉरेंस गैंग का प्रभाव
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम अक्सर उच्च-profile अपराधों में सामने आता है। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि इन हत्याकांडों में भी कुछ समानताएँ हैं। “इन सभी मामलों में उपयोग किए गए हथियार अत्याधुनिक हैं, जो सामान्यत: भारत में किसी अन्य गैंग के पास नहीं पाए जाते,” उन्होंने कहा।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
अमिताभ ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि जीवा और अतीक कांड के आरोपियों ने अपनी बातचीत में लॉरेंस बिश्नोई का नाम लिया है, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसे नजरअंदाज कर दिया। “इन दोनों हत्याकांडों की विवेचना सतही ढंग से की गई है, जो इनकी सत्यता पर गंभीर प्रश्न उठाती है,” उन्होंने कहा।
सीबीआई जांच की आवश्यकता
अमिताभ ठाकुर ने यह स्पष्ट किया कि हत्याकांडों की गहराई से जांच होना आवश्यक है ताकि सच्चाई सामने आ सके। “सीबीआई जांच से मामले की वास्तविकता सामने आएगी और इसके पीछे की सच्चाई को उजागर किया जा सकेगा,” उन्होंने कहा।
अतीक और जीवा हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए सीबीआई जांच की मांग उठाना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल इन हत्याओं की सच्चाई को उजागर करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाएगा। उम्मीद है कि संबंधित अधिकारी इस मांग पर गंभीरता से विचार करेंगे।