उत्तर प्रदेश : राज्य की स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी अब्दुल हक उर्फ फहीम को गिरफ्तार कर लिया है। अब्दुल हक पर जमीन और प्लॉट में निवेश कराने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का गंभीर आरोप है। उसे अयोध्या जिले के रौनाही इलाके में स्थित ड्योढ़ी बाजार मोड़ से गिरफ्तार किया गया।
लखनऊ में प्लॉट घोटाले का मास्टरमाइंड
50 हजार रुपये का इनामी अपराधी अब्दुल हक उर्फ फहीम
अब्दुल हक का नाम लखनऊ में हुए बड़े प्लॉट घोटाले से जुड़ा हुआ है। वह साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़ा हुआ था, जो कथित रूप से निवेशकों से जमीन और प्लॉट बेचने का झांसा देकर उन्हें करोड़ों रुपये की ठगी का शिकार बनाती थी। अब्दुल ने 2014 से 2019 तक इस कंपनी में ड्राइवर के रूप में काम किया था, लेकिन कंपनी के एमडी आसिफ नसीम ने उसकी वफादारी को देखते हुए उसे साइन सिटी प्रोक्सिमा डेवेलपर्स में पार्टनर बना दिया। इसके बाद, जब कंपनी के मालिक भाग गए, तो अब्दुल पर भी ठगी के मामलों में शामिल होने का आरोप लगा।
UP STF को काफी समय से अब्दुल हक की तलाश थी। उसे पकड़ने के लिए STF ने कई महीनों तक उसकी लोकेशन का पीछा किया। मुखबिर की सूचना पर अब्दुल हक को अयोध्या के रौनाही इलाके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, वह पिछले कुछ समय से अपनी लोकेशन लगातार बदल रहा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने ठिकाने बदलता रहता था। पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के बाद कई अन्य ठगी के मामलों के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है।
आरोपी पर लगे आरोप और जांच
अब्दुल हक पर साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जमीन और प्लॉट की बिक्री में निवेशकों को झांसा देने और उनसे करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है। उसकी गिरफ्तारी से यूपी STF को उम्मीद है कि ठगी के इस गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी भी सामने आएगी। फिलहाल, अब्दुल के खिलाफ सुल्तानपुर में तीन केस दर्ज हैं और उसकी गिरफ्तारी के बाद अन्य मामलों में भी जांच जारी है।
इस मामले में अब्दुल के गिरफ्तार होने से ठगी के शिकार हुए निवेशकों को न्याय मिलने की उम्मीद जागी है। UP STF की टीम को इस गिरफ्तारी से अन्य बड़े ठगी के मामलों के सुलझने की उम्मीद है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द पकड़े जाएंगे, जिससे लोगों के विश्वास को फिर से बहाल किया जा सके।
आगे की कार्रवाई और STF की तैयारी
अब्दुल हक की गिरफ्तारी के बाद UP STF अब इस गिरोह के बाकी हिस्सों की जांच में जुटी हुई है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने न केवल लखनऊ, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जमीन और प्लॉट के नाम पर निवेशकों से ठगी की है। STF अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल की गिरफ्तारी से इस ठगी के मामले में नई जानकारी मिल सकती है, जो अन्य आरोपियों तक पहुंचने में मददगार हो सकती है।
फैजान खान- संवाददाता दैनिक अग्र भारत समाचार । "मैं पिछले 5 वर्षों से राजनीति और समाजिक मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर रहा हूं। इस दौरान, मैंने कई सामाजिक मुद्दों,ओर समस्याओं पर लेख लिखे हैं और लिखता आ रहा हु।